Tuesday, May 14, 2024
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जरा हिम्मत तो देखिये- खालिस्तान समर्थकों की कनाडा में,कराया जनमत संग्रह,कनाडा के प्रधानमंत्री थे जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत में ही

जबसे भारत के पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में आई है, उसके खालिस्तान समर्थक आतंकीयों के नरम रूख के चलते न केवल पंजाब में बल्कि विदेश में आतंकियों का स्वर्ग कहे जाने वाले कनाडा में खालिस्तानी आतंकियों के हौंसले काफी बढ गये हैं आपको याद होगा कि पंजाब में विधानसभा चुनावों के पहले कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर खालिस्तानी आतंकियों से मिली-भगत का आरोप लगाया था किंतु उस समय कांग्रेस नेताओं के सिर फुटव्वल और आपसी वैमनस्यतातथा उस पर नवजोत सिंह सिद्धु के कांग्रेसी मुख्यमंत्री के ही विरूद्ध आत्मघाती बयानों से नाराज पंजाब की जनता ने कुमार विश्वास की बातों की अनदेखी कर अन्य विकल्प के अभाव में आम आदमी पार्टी को हाथों हाथ लिया और भारी बहुमत से जीता कर आम आदमी पार्टी को सत्ता सौंप दी थी,उसके तुरंत बाद ही खालिस्तान समर्थक भीड़ और समूह में सड़कों पर अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में न केवल सड़कों पर उतरे बल्कि तीन दिनों तक थाने का घेराव किया और अपनी मांगे मानने पर लौटे बाद में पंजाब सरकार की नरमी और मिली भगत के कारण क ई दिनों तक वह पंजाब में ही घूमता रहा बाद में काफी दबाव पड़ने पर उसकी गिरफ्तारी की जा सकी या स्वयमं उसने आत्मसमर्पण किया यह अलग विषय है।वह तो हिमांचल चुनाव में भी खालिस्तान समर्थक पोस्टर लगाए गये थे इस उम्मीद में कि, वहां भी सम्भवतः आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी।वह तो भला हो वहां आम आदमी पार्टी की दाल नहीं गली और कांग्रेस की सरकार बनी वहां उसके लगभग सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो ग ई और सिर्फ कांग्रेस और भाजपा ही लडी़। अब कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन टूडो भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने भारत आये थे और वहां ब्रिटिश कोलंम्बिया के सरे स्थित गुरू नानक सिंह गुरूद्वारा में खालिस्तान समर्थित आतंकियों ने जनमत संग्रह कराया और उसमें आयोजित सभा भी की जिसमें मोस्ट आतंकी गुरूपतवंत सिंह पन्नू न केवल उपस्थित रहा बल्कि उसने भारत विरोधी भड़काउं भाषण ही दिया बल्कि भारतीय प्रधानमंत्री के विरूद्ध आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया।यद्धपि कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री से कडीं आपत्ति तो जताई, लेकिन इतना ही काफी नहीं था ,उन्हे पन्नू के समर्पण के सम्बंध में भी बात करनी चाहिए थी।हालांकि पन्नू के अमेरिका में सड़क हादसे में पिछले हफ्ते मारे जाने की खबर आई थी किंतु अभी तक कोई ठोस बात इस सम्बंध में नहीं आई है अमृत पाल सिंह की भारत में गिरफ्तारी और निज्जर की मौत के बाद से पन्नू सहमा हुआ विदेशों में छिपता फिर रहा है। भारत में प्रतिबंधित संगठन” सिख फार जस्टिस का कुख्यात सरगना पन्नू 2020 मे UApA के तहत अमृतसर और कपूरथला में देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हो चुका है।अमृतसर के खानकोट गांव में जन्मा पन्नू विदेश में कमाने गया वहीं पाकिस्तानी ऐजेंसी आईएस आई के सम्पर्क में आया और आईएस आई ने उन्हे फंड मुहैया कराया। उसके इशारे पर विदेश में भारतीय दूतावासों, मंदिरों पर हमले और निर्दोष भारतीय नागरिकों की हत्या की जा चुकी है । सम्पादकीय- News51.in

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