दिल्ली (2 म ई) – चेन्नई सुपर किंग और मुम्बई इंडियन की जंग अब लगता है आईपीएल क्रिकेट के इतिहास की सबसे चर्चित जंग बन गई है और क्रिकेट प्रेमी भी दो भागों में बंट गए हैं एक तरफ चेन्नई के समर्थक और दूसरा मुम्बई के समर्थन में है। शायद इसके भी दो कारण हैं। पहला धोनी ने देश को क्रिकेट के सभी प्रारुप में कप्तान की हैसियत से अकल्पनीय सफलताएं दिलाईं हैं इसके अलावा वे स्वयंम भी सचिन तेंदुलकर की भांति एक शांत और बेहद सज्जन लेकिन क्रिकेट के तेजतर्रार कप्तान थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट और चेन्नई सुपर किंग की टीमों को बुलंदीयों पर पहुंचाया है और हमेशा विवादों से दूर रहे।उनका सम्मान उनके विरोधी भी करते हैं और उनकी प्रतिभा का कायल तो पूरा विश्व क्रिकेट जगत है वही बात रोहित शर्मा जो मुम्बई इंडियन के कप्तान हैं और भारतीय टीम के स्तम्भ भी हैं ,उनपर भी लागू होती है। कल के मैच में टास जीत कर मुम्बई ने पहले सीएसके को बल्लेबाजी करने को कहा। चेन्नई ने डुप्लेसिस 50रन,28 गेंद ,मोईन अली 58,36 गेंद रायडू 72 रन,27 गेंद नाबाद, रवींद्र जडेजा 22 रन ,22 गेंद नाबाद की मदद से 218 रन बनाये। मुम्ब ई की टीम के जब डिकाक 38 रन, कप्तान रोहित शर्मा ने 35 रन, सूर्य कुमार यादव 3।रन, 81 रनों पर गिर गए थे एक समय 10.2 ओवर में 138 बनाने थे तब पोलार्ड बैटिंग के लिए आये और मात्र 34 गेंद पर 87 रन,नाबाद (8 छक्का, 6 चौकों )बना डाले हालांकि *पोलार्ड का बेहद आसान कैच डुप्लेसिस ने लांग आन पर गिरा दिया। शायद यहीं मैच चेन्नई के हाथ से निकल गया। कुणाल पांडया ने भी महत्वपूर्ण 32 रन, हार्दिक पांड्या ने 16 बनाए।सैम कुर्रन के अलावा सी एस केकिसी भी बालर ने लगता है स्लाग ओवर में कैसी बालिंग करनी है, नहीं सीखा। नगिदी ने आखिरी ओवर में यार्कर डालने की प्रैक्टिस न करने का खामियाजा लगातार फुलटास डालकर भुगता। आखिरी गेंद पर 2 रन लेकर पोलार्ड ने मुंबई को 4 विकेट से जीत दिला दी।