लालगंज (आजमगढ) 16फरवरी-तहसील लालगंज में उपजिलाधिकारी प्रियंका प्रिय दरशी के रवैए और तहसील में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिवक्ताओं का आक्रोश दिनो -दिन बढता ही जा रहा है। आज भी पूरे तहसील परिसर में अधिवक्ताओं ने नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया।
यहां यह बताना आवश्यक है कि अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी लालगंज के विरुद्ध कयी संगीन आरोप लगाते हुए उनके स्थानान्तरण तक कोर्ट के बहिष्कार का निर्णय लिया है अधिवक्ता गण ने कहा है कि 151 सीआरपीसी में आए अभियुक्त को छोड़ना या जेल भेजना मनमाने ढंग से कानून का उल्लंघन करना उनकी दिनचर्या हो गई है। काफी दिनों से अविवादित वरासत, असंक्रमणीय से संक्रमणीय होना, खतौनी में आदेशों की फिडिंग तथा अन्य कार्य बिना पैसा लिए तहसील के कर्मचारी कर रहे हैं। कयी बार मौखिक शिकायत के बाद तहसील बार एसोशिएसन ने 31दिसम्बर को पत्र दिया गया पुनः कोई सुनवाई न होने पर 4जनवरी को पत्र दिया गया। एसडीएम ने केवल मौखिक रुप से कहकर औपचारिकता पूरी की गई। किंतु आज भी बिना पैसा लिए कर्मचारी कोई काम करने को तैयार नहीं होते। यहाँ यह बताना आवश्यक है कि इन्ही उपजिलाधिकारी के कार्य काल में लगभग एक डेढ माह पूर्व एक लेखपाल खतौनी की नकल देने के लिए पाँच हजार रुपये घूस देते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। धरना प्रदर्शन में तहसील बार एसोशिएसन के अध्यक्ष पंचम चौहान, विंध्य वासिनी राय, रामसेवक यादव, जितेन्दर सिंह, लल्ले मिश्र सुधीर श्रीवास्तव आदि अधिवक्ता गण शामिल हुए।