Tuesday, October 21, 2025
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लालू प्रसाद यादव के धृतराष्ट्र वालेपुत्र मोह ने इंडिया गठबंधन के बने-बनाये टेम्पो को राजद को अधिक से अधिक टिकट देने की व्यग्रता (बिना गठबंधन घटक दलों की सहमति) के गठबंधन दलों को न केवल नाराज कर दिया, बल्कि अपने बेटे तेजस्वी यादव के मुख्य मंत्री बनने के सबसे सुंदर अवसर को भी लगभग गंवा दिया साथ ही कांग्रेस को हर-हाल में बिहार में मज़बूत न होने की जिद में कई कांग्रेस उम्मीद वारों के खिलाफ अपने उम्मीद वार उतार कर गठबंधन को तार-तार कर दिया, लालू जी ये1990 का दौर नहीं 2025 है ?

16 दिनों तक राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, वामदल और मुकेश सैनी की चौकड़ी ने क्या ही शमां बांधा था एन.डी.ए के सभी दल हैरान परेशान होकर देख रहे थे और सभी अपनी पार्टी छोड़कर राजद या कांग्रेस में भाग रहे थे, उसके बाद 10-12दिन लम्बे अमेरिकी दौरे पर राहुल गांधी निकल गए, ऐसे कठिन समय में जब सीट शेयरिंग पर बात शुरू हुई तो ही क्यों सैम पित्रोदा के कहने पर अमेरिकन दौरे पर गये, इसके पूर्व भी हरियाणा चुनाव के समय सीट शेयरिंग पर बातचीत के समय ही सैम पित्रोदा के ही कहने पर वह विदेश गए थे,नतीजतन लोकल कांग्रेसियों ने सही ढंग से सीट शेयरिंग नहीं किया था और कांग्रेस हार गई थी, अब यहां लालू प्रसाद यादव पुत्र मोह में मनमाने ढंग से अधिक से अधिक सीट लेने के चक्कर में 163 सीट पर अपने उम्मीद वार उतार दिया, उनकी असल खुन्नस पप्पू यादव और कन्हैया कुमार हैं इन दोनों को लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव के राजनीतिक कैरियर के लिए बड़ा खतरा समझते हैंजहां कांग्रेस ने अपने60 प्रत्याशी उतारे हैं उनमें कम से कम 6 सीट पर राजद ने बार में जानबूझकर अपने भी उम्मीद वार उतार दिए। साथ ही 3 सीट पर कांग्रेस और माकपा(माले)को भी उतरने का सिग्नल दे दिया, 2 सीट पर वी आई पी और राजद आमने-सामने ताल ठोंक रहे हैं। एन.डी.ए दल वाले लालू प्रसाद यादव की मूर्खता पर चुटकी ले रहे हैं।लाल गंज, कहलगांव,वैशाली, सिकंदराबाद तथा वैसारिसलीगंज कुल 6 सीट पर कांग्रेस और राजद आपस में ताल ठोंक रहे हैं दो सीट तारापुर, चैन पुर में राजद और वी आई पी आपस में लड़ रहे हैं, वहीं 3 सीट पर कांग्रेस और वामदल आपस में भिड़े हुए हैं, इसमें लालू प्रसाद यादव के साथ पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का कांग्रेस के खिलाफ वामदल और मुकेश सैनी और स्वंयम राजद की मिलीभगत बताई जाती है ताकि ांगंरेस मज़बूत न हो जाए। हालांकि अभी भी राजद और कांग्रेस दोनों ही दल इंडिया गठबंधन को बचाने की अंतिम कोशिश में लगे हुए हैं, कल तक हो सकता है दोनों दल इंडिया गठबंधन को बचा लें तो चमत्कार ही माना जायेगा।-सम्पादकीय-News51.in

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