तेलंगाना की कुल 119 विधानसभा सीटों पर होने जा रहा चुनाव एक तरह से तेलंगाना की सरकार वाली पार्टी तेरास के लिए अग्नि परीक्षा की तरह से है क्योंकि जबसे तेलंगाना राज्य बना है तबसे वहाँ के चंद्र शेखर राव की पार्टी तेरास की ही सरकार बनती आई है वर्तमान में 2018 के चुनाव में तेरास ने 119 में से 88सीट प्राप्त किया था कांग्रेस को मात्र 19 सीटें ही मिली थी ओवैसी की पार्टी एआईएम आई एम को 7सीट,भाजपा को 5 सीट, तदेपा को 2,कम्युनिस्ट पार्टी (मा) को एक सीट मिली थी। तेलंगाना राष्ट्र समिति (तेरास )ने चंद्र शेखर राव की अगुवाई में तेलंगाना राज्य को बनवाने की राजनैतिक लड़ाई क ई सालों तक लड़ी थी एक बार भाजपा के साथ केंद्र में और दूसरी बार कांग्रेस के साथ केंद्र में सरकार में इसी शर्त के साथ सरकार में शामिल रही तेरास को अंत में कांग्रेस ने अपनी सरकार में तेलंगाना राज्य का निर्माण कराने का श्रेय तो लिया जबकि आंध्र प्रदेश में इसका भारी विरोध हुआ। कांग्रेस को लगा कि तेलंगाना राज्य बनाने का श्रेय उसे प्राप्त है तो तेलंगाना में उसकी सरकार अवश्य बनेगी लेकिन इसका उल्टा हुआ। आंध्र प्रदेश तो उसके हाथ से गया ही, तेलंगाना राज्य बनवाने का श्रेय चंद्र शेखर राव को और उनकी पार्टी को मिला। सोनियां गांधी की भयानक भूल से कांग्रेस के हाथ से उसका एक समय गढ रही आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनो हाथ से निकल गया। आखिरी कांग्रेसी मुख्य मंत्री वाई आर एस रेड्डी की हवाई दुर्घटना में मृत्यु के बाद उनके पुत्र जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनियां गांधी से अपील की थी किंतु उनकी मांग को अस्वीकार कर के. रोसैया को मुख्य मंत्री बना दिया गया। यह सोनियां गांधी की दूसरी भयंकर भूल थी आज के. रोसैया के जगह जगन मोहन रेड्डी की बात उस समय मान कर उन्हें मुख्य मंत्री बना दिया गया होता तो सम्भवतः कांग्रेस आंध्र प्रदेश में कमजोर नहीं रहती। अब क ई अन्य दल वाई आर एस तेलंगाना पार्टी, बसपा और आम आदमी पार्टी भी इस बार तेलंगाना में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। के चंद्र शेखर राव कभी चंद्र बाबू नायडू, को खलनायक बता चुनाव जीती थी सेंटर में अब तक भाजपा को अंदरखाने समर्थन देते आये चुनाव नजदीक आया देख अब भाजपा को खलनायक बताने लगे हैं इधर कांग्रेस बार-बार के चंद्र शेखर राव की पार्टी का अंदरखाने भाजपा से मिली भगत की बात कह रही है वहीं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तेलंगाना दौरे में एक बार भी चंद्र शेखर राव की पार्टी के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ बोले। जिससे मुख्य मंत्री के चंद्र शेखर राव को गहरी निराशा हुई है चारों मुख्य दल तेलंगाना राष्ट्र समिति भाजपा, कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी अपने -अपने ढंग से अपनी रणनिति बनाकर जनता के बीच जा रहे हैं जहाँ कांग्रेस के चंद्र शेखर राव और ओवैसी की पार्टी से भाजपा के साठगांठ की बात कह रही है वहीं के चंद्र शेखर राव और ओवैसी दोनों ही भाजपा को तेलंगाना का खलनायक बताने से नहीं चूक रहे हैं वहीं भाजपा विकास के नाम पर वोट मांगने और कांग्रेस को विकास विरोधी बता कर वोट मांगने की रणनीति पर चल रही है। सम्पादकीय -News 51.in