क्रिकेट में सदैव से किसी न किसी बड़े खिलाड़ी का समय होता है और अगर वही खिलाड़ी कप्तान भी बन जाता है तो बहुत कम खिलाड़ी अपने संयम को और इगो को दूर रख पाता है भारत के सबसे सफल कप्तानों में अजीत वाडेकर सुनील गावस्कर, कपिलदेव, सौरभ गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली हुए हैं और सभी अपनी -अपनी खासियत के कारण जनता में लोकप्रिय भी हुए। कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हुए जो अपने खेल और आचार व्यवहार के कारण कप्तान न होते हुए भी पूरे विश्व में सम्मान पाए जिनमें गुंडप्पा विश्व नाथ, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़, धोनी और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें सभी प्यार और सम्मान देते थे या देते हैं, वहीं कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद अपनी ऊटपटांग हरकतों के कारण विवादास्पद बन जाते हैं। विराट कोहली उन्हीं में हैं मैदान अतिरिक्त जोश दिखाने का दिखावा, तरह -तरह की हरकतें , खिलाड़ियों से गलती होने पर मैदान में ही डाँटने ,शतक अथवा अर्धशतक पर (अनुष्का शर्मा जो अब उनकी धर्म पत्नी हैं, मैदान में फ्लाइंग किस देना), अपने को सभी खिलाड़ियों में श्रेष्ठ दिखाना जैसी हरकतें लोगों को तबतक अच्छी लगी जब तक बहुत अच्छा खेले ।रविशास्त्री के हेड कोच बनने के बाद रवि शास्त्री और कप्तान धोनी के बीच संम्बध अच्छे न होने का लाभ उठा कर विराट कोहली और रवि शास्त्री ने पहले कप्तानी से हटवाया फिर टीम से भी बाहर करने के षडयंत्र के बाद धोनी ने सन्यास लेना ही बेहतर समझा। फिर विराट कोहली सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए जो भी खिलाड़ी उनके समकक्ष होता ,टीम में न आने देना, पसंदीदा खिलाड़ी को टीम में रखना। सारे खिलाड़ी इन दोनों से भयभीत रहते। कहावत है सभी के अच्छे -बुरे वक्त आते हैं सौरभ गांगुली के बीसीसीआई का अध्यक्ष बनते ही विराट कोहली और रवि शास्त्री की टीम चयन में मनमानी पर रोक लग गया। और बीसीसीआई में जयशाह के आने के बाद सौरभ गांगुली मजबूत हुए और कोहली के पर कतरने का खेल शुरू हुआ। आईपीएल जीतने के बाद जयशाह का धोनी को मेंटर बनाना इस खेल का हिस्सा था रवि शास्त्री का कार्यकाल इसी विश्व कप तक था। विराट कोहली पर दबाव डाल कर टी- 20 की कप्तानी भारतीय टीम और बैंगलेरु की आईपीएल टीम की कप्तानी छोड़ने का दबाव बनाया गया जिसकी घोषणा उन्हें विश्व कप की शुरुआत के पहले ही करना पड़ा। विश्व कप में भारत की दुर्दशा और आज तक अपनी कप्तानी में एक भी आईसीसी का टूर्नामेंट न जीता पाना और एक भी आईपीएल ट्राफी बैंगलेरु को न दिला पाना विराट कोहली के पतन का कारण बना । सम्पादकीय -News 51.in