प्रशांत किशोर ने एक टीवी चैनल को दिये गए इंटरव्यू में तमाम उन बातों पर से पर्दा उठाया है, जिसके बारे में अब तक न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया तथा अखबारों में सिर्फ कयास लगाए जाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरा प्रजेंटेशन सिर्फ 8-9 घंटे का था जिसे सिर्फ सोनियां गांधी ने देखा था ये सब अफवाह है कि मैने 600 स्लाईड का प्रजेंटेशन रखा था जिसमें भाजपा को हराने का रास्ता सुझाया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कैसे मजबूत किया जाना है इसपर मैने अपना फोकस रखा था, न कि भाजपा को हराने का सुझाव दिया था। उन्होंने यह बात भी गलत बताया कि उन्होंने प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने बताया कि उनके प्रजेंटेशन का सार यह नहीं था कि भाजपा को कैसे हराना है, मेरे प्रजेंटेशन का फोकस इस बात पर था कि आप भाजपा के मुख्य अस्त्र राष्ट्र वाद, धार्मिकता और लाभार्थी (सरकारी योजनाओं) जैसे विजय दिलाने वाले कारकों का काउंटर क्या है और उनके मुख्य अस्त्र का काउंटर करते हुए इंडिया को कैसे जीतना है, न कि भाजपा को कैसे हराना है। उन्होंने यह बात भी जोर देकर कहा है कि अगर कांग्रेस चाहेगी तो आगे भी बात चलेगी, लेकिन यह उनपर (गांधी परिवार) पर निर्भर है क्योंकि वह बड़े लोग हैं और मेरी हैसियत उनका दरवाजा खुलवाने या बंद करने की नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना चाहता था कि, मैने जो ब्लूप्रिंट प्रस्तुत किया है उसे जितना एग्जामिन करना चाहें कर लें , लेकिन एक बार सहमति बन जाने के बाद उससे पीछे नहीं हटना है। एम्पायर्ड ऐक्शन ग्रुप जो मेरे ब्लूप्रिंट पर कार्य करने के लिए बनाया गया और उसमें मुझे भी शामिल करने की बात कही गई वह मुझे समझ में नहीं आयी और जब कोई बात न समझ में आये तो उसे करने का कोई कारण नहीं बनता है, इसी कारण बात नहीं बन पाई। सम्पादकीय, News 51.in