किसे पता था ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाला और मध्यम तेज गेंदबाजी करने वाला आलराउंडर हार्दिक पांड्या की प्रतिभा से यूं तो सभी प्रभावित थे लेकिन उसकी तेजी से रन बनाने की क्षमता के कारण। लगभग 135 से 138 की गति से तेज रफ्तार गेंदबाजी करते हार्दिक से उनकी गेंदबाजी प्रतिभा से क्रिकेट विशेषज्ञ विशेष प्रभावित नहीं थे, दूसरे मैदान के बाहर की गतिविधियां भी प्रभावित नहीं करने वाली थीं। तभी क ई बार भारतीय क्रिकेट टीम से अंदर बाहर होते रहे हार्दिक पांड्या को चोट के कारण भारतीय टीम से लगभग एक साल के लिए बाहर होना पड़ा। आईपीएल में वह मुम्बई की टीम से खेलते थे। तभी सभी टीमों में मात्र चार खिलाड़ी रखकर सबको रिलीव कर फिर से नये खिलाड़ी खरीदे गए और दो नयी टीमें (लखन ऊ और गुजरात) बनी और आठ के बजाय 10 टीम आईपीएल में खेलने का ऐलान हुआ तब तक हार्दिक पांड्या की चोट तो ठीक हो चुकी थी लेकिन मुम्बई की टीम से उन्हें रिलीज किया जा चुका था। तब गुजरात की नई टीम ने उन्हें लेकर कप्तानी का आफर भी दिया और कप्तान बना दिया गया। फिर तो 2022-23 के आईपीएल में हार्दिक पांड्या का एकदम से बदला अंदाज दिखा। शायद कप्तानी की जिम्मेदारी ने उन्हें एकदम बदल दिया। चोट के बाद फिट हुए हार्दिक पांड्या की गेंदबाजी में बेहद तेजी और सटीक गेंदबाजी, लाईन-लेंथ से गेंदबाजी करते पांड्या बल्लेबाजों के लिए एक अबूझ पहेली साबित हुए 140-142 की रफ्तार में सटीक गेंदबाजी और समय-समय पर बाउंसर फेंकने वाले हार्दिक एकदम बदले और खतरनाक गेंदबाज बन गए और बल्लेबाजी तो एकदम पुराने धोनी स्टाईल में फिनिसर की भूमिका में दिखने लगे। आते ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले हार्दिक पहले पाली संवारने और बाद में 15-16 के बाद तेज बल्लेबाजी करते हुए मैच जीता कर आने वाले पांडया नये भारतीय फिनिसर (धोनी के बाद) बन गए हैं और हाल में इंग्लैंड टीम के साथ टी- 20 और एक दिवसीय मैचों में इसी न ई स्टाइल में बेहतरीन गेंदबाजी और बल्लेबाजी को करते हुए मैन आफ द सीरीज भी चुने गए। लाजबाब, बेमिसाल हार्दिक पांड्या सम्पादकीय -News 51.in