झारखंड (14 नवम्बर) -आज क ई दिनों की जद्दो जहद के बाद भी झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर सहमति न हो पाने के बाद भाजपा और आजसू के बीच का क ई साल पुराना गठबंधन टूट गया। दर असल आजसू पिछली बार 8 सीटों पर भाजपा के सहयोग से चुनाव लडी थी और 5 पर चुनाव जीता था। इस बार आजसू गठबंधन में 21 सीटें मांग रही थी जिसे भाजपा ने इंकार कर दिया था आजसू घटते हुए 17 सीटों पर आ गई किंतु भाजपा 8-10 सीट से अधिक देने को तैयार नहीं थी आज भाजपा ने शेष बची 27 सीटों पर भी अपना प्रत्याशी उतारने का एलान कर दिया। कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नेड्डा और झारखंड प्रभारी ओम माथुर की उपस्थिति में इसका एलान किया गया। एक सीट पर निर्दल विनोद सिंह का भाजपा समर्थन करेगी। उधर आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने 27 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया। महाराष्ट्र में शिवसेना से झटका के बाद झारखंड में आजसू के साथ गठबंधन टूटना भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि यह दोनों दल भाजपा के बहुत पुराने साथी थे इसके अलावा रामविलास पासवान की पार्टी एल जे पी पहले ही झारखंड में भाजपा से अलग होकर लगभग 50 सीट पर चुनाव लड रही है।