इसराइल और फिलिस्तीन दो अलग- अलग देश होते । इस समय इसराइल तो अलग देश है लेकिन फिलिस्तीन अलग देश नहीं है 1948 में बने इसराइल को अगले ही साल अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिल गयी थी और 11 म ई 1949 को ही संयुक्त राष्ट्र का सदस्य भी बन गया जबकि फिलिस्तीन को आजतक अलग राष्ट्र का दर्जा नहीं मिला।इसराइल और फिलिस्तीन के बीच सीमा निर्धारण भी नहीं हुआ है ।दर असल फिलिस्तीन भी दो भाग में बंटा है एक वेस्ट बैंक हिस्से पर महमूद अब्बास फतह की राजनैतिक पार्टी का कब्जा है और दूसरा गाजा पट्टी है जिसपर चरमपंथी संगठन हमास का कब्जा है जिसे इसराइल और पश्चिमी देश आतंकी संगठन मानते हैं। फिलिस्तीन यरूशलम को अपनी राजधानी बताता है जबकि 1967 में चले भीषण संघर्ष के बाद इसराइल ने यरूशलम पर अपना कब्जा कर लिया और यरूशलम को इसराइल ने अपनी राजधानी घोषित कर दिया । हालांकि इसराइल को संयुक्त राष्ट्र के अधिकतर देशों ने मान्यता देदी है लेकिन अब भी क ई देश यरूशलम को इसराइल के राजधानी की मान्यता नहीं देते हैं तबसे आजतक क ई छिट-फुट छोटी-छोटी लडा़इयां दोनों के बीच क ई बार हुई है लेकिन इसबार एक साथ क ई आतंकी संगठनों ने पूरी प्लानिंग के साथ क यी तरफ से इसराइल पर हमला सोची-समझी रणनीति के तहत बोला है एक तरफ हमास तो हमला कर ही रहा है दूसरी तरफ से हिजबुल्लाह गुट ने भी इसराइल पर।राकेट दागे हैं जिसके जबाब में इसराइल ने भी दक्षिणी लेबनान पर बमबारी की है । उधर सीरिया ने भी अपनी सीमा से इसराइल पर भारी बमबारी की है । उधर अमेरिका ने युद्ध सामग्री की आपूर्ति इसराइल को करते हुए हिजबुल्ला को चेतावनी दी है लेकिन यह पहली बार है कि इसराइल को कडी़ टक्कर क ई मोर्चों से मिल रही है । सम्पादकीय-News51.in