इससे पहले विश्वनाथन आनन्द ने वर्षों तक विश्व शतरंज में भारतीय परचम लहराया था और विश्वविजेता भी बने थे ।18 वर्षीय प्रगनानंद कैंडीडेट्स टूर्नामेंट में क्वालिफाई करने वाले विश्व के अबतक के महानतम शतरंज खिलाडी़ बाबी फिशर और कार्लसन के बाद तीसरे सबसे कम उम्र केखिलाडी़ बने।फिडे शतरंज विश्व कप के फाइनल में पहुंच कर विश्व के नम्बर वन खिलाडी़ मैग्नस कार्लसन से मुकाबला कर रहे हैं और शुरू की दो बाजीयां ड्रा खेली जा चुकी है और आज टाई ब्रेकर से विश्वविजेता होगा।इससे पहले प्रगनानंद ने सेमीफाइनल में भी टाईब्रेकर में विश्व के तीसरे नम्बर के खिलाडी़ फाबियानो कारुआना को हराया था ।10 अगस्त 2005 को चेन्न ई में जन्में रमेश बाबू प्रगनानंद के पितास्टेट कारपोरेशन बैंक में काम करते हैं और माता नागलक्ष्मी एक गृहणी हैं एक बहन वैशालीभी शतरंज की अच्छी खिलाडी़ हैं।उन्होने ही भाई को तीन साल की उम्र से ही शतरंज खेलना सिखाया। News51.in