ऐसा लगता है कि बीसीसीआई ने चयनकर्ताओं को विदा कर नयी चयन कमेटी गठित करने के संकल्प के साथ टी- 20 में भी बदलाव का मन बना लिया है जिसमें कम से कम रोहित शर्मा की टी- 20 में कप्तानी से विदाई प्रमुख है साथ ही क ई खिलाड़ियों पर भी गाज गिरना तय है। हार्दिक पांड्या ने पिछले सीजन में आई पीएल के टी- 20 में गुजरात टाइटेंस की कप्तानी करते हुए अपनी छाप सभी पर छोड़ी थी और टाइटेंस को चैम्पियन भी बनाया था। और उनकी कप्तानी में धोनी की झलक साफ दिखी थी ।यहाँ यह बताना आवश्यक है कि चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति के कार्यकाल में पिछले टी- 20 विश्व कप में तो भारतीय टीम नाक आउट चरण में भी नहीं पहुंच पाई थी और अबकी बार सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट की करारी हार हुई थी। इसके अलावा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी न्यूज़ीलैण्ड से हार मिली थी। ऐसे में चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति को तो हटना ही था सम्भवतः रोहित शर्मा भी टेस्ट क्रिकेट में 2023 एक दिवसीय मैचों के विश्व कप तक ही कप्तान रह पायें, क्योंकि अगर एक दिवसीय विश्व कप में भी भारतीय टीम नहीं जीत पाई तो फिर रोहित शर्मा टेस्ट और वनडे दोनों की कप्तानी से भी हाथ धो लेंगे। चयन समिति के लिए आवेदन वही कर सकते हैं जो कम से कम 7 टेस्ट मैच या 30 प्रथम श्रेणी मैच या 10 वन डे मैच और 20 प्रथम श्रेणी मैच खेला हो और क्रिकेट से पांच साल पहले सन्यास ले चुका हो ।ऐसा लगता है कि 2023 वनडे के विश्व कप के बाद हार्दिक पांड्या टी- 20 और एक दिवसीय मैचों में कम से कम 3 साल या उससे भी ज्यादा समय भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे और टेस्ट क्रिकेट में कोई और कप्तानी करेगा। News 51.in