मिर्ज़ा पुर (चुनाव) -कल सोनभद्र के उम्भा गांव में जमीन के विवाद में हुए नरसंहार के बाद पीड़ित परिवारों से मिलने दिल्ली से आई तो उन्हें मिर्ज़ा पुर में ही रोक कर दिया गया बाद में प्रशासन उन्हें चुनार के किले ले जाया गया। रात में लाईट न रहने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जेनरेटर की व्यवस्था की गई थी आज भी अधिकारी चाहते थे कि वो जमानत लेकर वापस लौट जाएं लेकिन प्रियंका गांधी का कहना था कि उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है इसलिए जमानत लेने का क्या औचित्य है और पीडितों से मिले बिना वापस नहीं जाउंगी। इसी मामले में आज टीएमसी ने भी अपना प्रतिनिधि मण्डल को भेजा था लेकिन प्रशासन ने उन्हें भी रोक दिया। बाद में कुछ पीडितों के परिवार के औरतों और बच्चों को प्रियंका गांधी से एक पेड के नीचे जहाँ प्रियंका धरने पर बैठी थीं, मिलवाया गया। उधर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया और झापन सौंपा उधर मामले का मुख्य आरोपी ग्रामप्रधान यझदत्त उसके भाई समेत 29 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुबह पुलिस अधिकारियों ने उन्हें पेशी पर चलने को कहा जिसे उन्होंने मानने से इनकार कर दिया और एक पेड नीचे ही पीडितों से मिली किंतु कांग्रेस कार्य कर्ताओं का आरोप है कि क ई परिवारों को अभी मिलने नहीं दिया जा रहा है। वाराणसी हवाई अड्डे पर पहुंचते ही आज कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ,आरपीएन सिंह और जितिन प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया है। धीरे -धीरे कांग्रेस के कार्य कर्ताओं की भीड़ बढती ही जा रही है। इस घटना से 1977 की बिहार के बेलछी के 11 दलितों की घटना के समय बाढ में हाथी पर चल कर गांव में पहुँच कर पीड़ित परिवार के लोगों से इंदिरा गांधी का मिलने जाना, याद आता है।