जनपद आजमगढ की एक तहसील के तहसीलदार ने संग्रह कार्यालय में कार्यरत दो महिला चपरासियों को अपने आवास पर 10 बजे से 5 बजे तक ड्यूटी पर रहने का फरमान सुनाया तो दोनों ने कहा कि हम लोग आफिस में ड्यूटी करेंगे आवास की नहीं। पहले तो तहसीलदार ने बहलाने फुसलाने का प्रयास किया फिर दफ्तर के बड़े बाबू को बुलाकर उन दोनों का वेतन रोकने और निलम्बित करने की धमकी दिया किंतु उन दोनों ने आफिस का ही कार्य करने को कहा तो वह दोनों को रोज अपने आफिस के बाहर बैठने का फरमान सुनाया और अब दोनों आफिस के बाहर बैठती हैं तो हर समय कहते हैं कुछ करती नहीं खाली कुर्सी पर बैठी रहती हैं, दोनों महिला चपरासी भयभीत हैं तहसील के कर्मचारी भी सब समझ रहे हैं लेकिन तहसीलदार के डर से चुप हैंं । यह मामला जिस तहसील का है वहाँ के कर्मचारी समझ गए होंगे।
आजमगढ की एक तहसील के तहसीलदार की शर्मनाक हरकत
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