आभास तो तभी हो गया था, जब भारत ने 7 बार की चैम्पियन आस्ट्रेलियाई टीम को सेमीफाइनल के बेहद रोमांचक मुकाबले में 339 बनाकर हराया था, तभी कपिलदेव की सेना ने वेस्टइंडीज को एक मैच में हराने के बाद भी श्रंखला हारी थी ,उसके बाद हुए विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड जैसी मज़बूत टीम को हराकर फाइनल में वेस्टइंडीज को हराया था,ऐसा ही आभास इस बार भी होने लगा था,जब लीग मैंचों में लड़खड़ाती भारतीय टीम सेमीफाइनल में बामुश्किल गिरते-पडते पहुंची,उसके बाद सेमीफाइनल आस्ट्रेलियाई टीम को जिस अंदाज में भारतीय टीम ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर 339 रन बनाकर जीत हासिल की थी तभी ऐसा लगने लगा था कि भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी उर्जा सेमीफाइनल और फाइनल के लिए बचाकर रखी थी। मौसम खराब था ऐसे में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने टास जीत कर भारत को बल्लेबाजी के लिए कहा घायल प्रतीक की जगह शैफाली वर्मा के साथ ओपनिंग करने उतरी स्मृति मंधाना ने पहले विकेट के लिए तेज शुरुआत की, स्मृति मंधाना और शैफाली ने 104 रन की तेज भागेदारी पहले विकेट के लिए की। स्मृति 45 रन बनाकर आउट हुई, सेमीफाइनल की शतकवीर जेमिमा रोड्रिग्स 24,कप्तान हरमनप्रीत कौर 20 रन बनाकर आउट हुई।शैफाली वर्मा ने87 रन बनाए और दिप्ति शर्मा58 रन बनाकर रन आउट हुई, अंत में रिचा घोष ने तेज 34 रन बनाए इस तरह भारत ने 298 रन बनाए जो विश्व कप का आजतक का अधिकतम रहा है। जबान में खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम अपने कप्तान वोल्वार्ट के शानदार शतक 101 पर डिपेंड रही, उसके आउट होते ही भारतीय टीम की जीत पक्की हो गई थी, पूरी टीम 45.3 ओवर में246 रनों पर आल आउट हो गई। और भारत नया विश्व चैम्पियन बन गया,दीप्ति शर्मा ने 58 रन बनाए और 5 विकेट लिए इसमें कप्तान वोल्वार्ट का विकेट भी रहा,शैफाली वर्मा ने87 रन बनाए और दो विकेट भी लेकर मैन ऑफ द मैच बनी।पूरे विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान वोल्वार्ट ने सबसे अधिक रन 571 बनाए, दूसरे नंबर पर स्मृति मंधाना ने 434 रन बनाए, पूरे टूर्नामेंट में सर्वाधिक 22 विकेट दीप्ति शर्मा ने लिया। भारतीय टीम ने47 साल के लम्बे इतिहास के बाद यह विश्व कप जीता। इसके पहले 2017 में मिताली राज के नेतृत्व में भारत फाइनल में पहुंचा था तब भारत हार गया था ।इस जीत के बाद भारतीय टीम को 40 करोड रूपए मिले, जब कि दक्षिण अफ्रीका की टीम को 19.77 करोड मिले ।एक दिवसीय मैंचों के इतिहास में 1983 में कपिल देव की अगुवाई में,2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में और अब हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारत विश्व चैम्पियन बना है-सम्पादकीय-News51.in
