फिल्म अभिनेत्री साधना का जन्म 2 सितम्बर 1941को कराची, सिंध पाकिस्तान में हुआ था। फिल्म अभिनेत्री बबिता की चचेरी बहन थीं ।साधना ने बचपन में ही फिल्म अभिनेत्री बनने की इच्छा जता दी थी। साधना की पहली फिल्म 1955 में आई श्री 420 थी जो सुपर हिट साबित हुई और साधना के काम को नोटिस किया गया था। उनका माथा थोड़ा बड़ा था जिसे उन्होंने आगे बालों से माथे को ढंक लिया, जिससे उनकी खूबसूरती में काफी निखार आ गयाऔर आगे चल कर उनकी बालों की यह स्टाईल” साधना कट “के नाम से बेहद पापुलर हुआ ।उस समय की लड़कियों में साधना कट बाल और चूड़ीदार पैजामा पहनने की होड़ लगी थी, जो साधना की ही देन थी 1965 में मात्र 16 साल की उम्र में रामाकृष्ण नैय्यर उनसे शादी के लिए जिद पकड़ लिए। साधना के परिजन इसके लिए राजी नहीं थे लेकिन राजकपूर के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने नैय्यर से शादी कर ली। 60 के दशक में साधना की फिल्मों ने धूम मचा दी थी। आरजू, मेरे महबूब, लव इन शिमला, मेरा साया, वक्त, आप आये बहार आई, असली नकली, हम दोनों, एक फूल दो माली, वो कौन थी, राजकुमार आदि उनकी प्रमुख फिल्मे थीं। उनके पति आर के नैय्यर की 1995 में मृत्यु हो गई। बाद में थाइराइड ,खसरा की बीमारी का असर उनकी आँखों पर पड़ा। उनकी सेहत खराब रहने लगी उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली। उनकी प्रिय सहेलीयों में आशा पारिख, वहीदा रहमान, हेलेन और तबस्सुम थीं जिनसे वो प्रायः मिलती रहती थीं।उनके कोई औलाद नहीं थी। फिल्मों में काम छोड़ने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहद खराब हो गई। काफी बीमारी के बाद गुमनामी में रहते हुए हिंदुजा हास्पिटल में उनकी 25 दिसम्बर 2015 में 74 वर्ष की आयु में मौत हो गई।