नई दिल्ली। नीति आयोग ने मंगलवार को कहा कि देश में मेथनॉल अर्थव्यवस्था को निकट भविष्य में पूरी तरह से लागू करने के लिए वह कार्ययोजना तैयार कर रही है, जिससे न सिर्फ प्रदूषण पर रोक लगेगी, बल्कि तेल आयात पर देश की निर्भरता भी घटेगी। विश्व पर्यावरण दिवस पर सरकार के थिंकटैंक ने कहा कि उसने अकेले मेथनॉल के उपयोग से कच्चे तेल के आयात में 20 फीसदी की कमी की योजना तैयार की थी। इतने पड़े पैमाने पर मेथनॉल के उपयोग से देश में प्रदूषण में 40 फीसदी की कमी आएगी।
नीति आयोग ने एक बयान में कहा, “कुछ समय बाद, डीजल का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।”
बयान में कहा गया कि भारतीय रेलवे अकेले हर साल तीन अरब लीटर डीजल की खपत करती है और योजना बनाई जा रही है कि रेलवे के 6,000 डीजल इंजन 100 फीसदी मेथनॉल से चले, ताकि रेलवे को कार्बन तटस्थ संगठन बनाया जा सके।
नीति आयोग ने कहा कि समुद्री क्षेत्र और ऊर्जा क्षेत्र में भी तेल की जगह मेथनॉल के प्रयोग की योजना बनाई जा रही है।