नयी दिल्ली-आज सुप्रीम कोर्ट ने अवैध सम्बंध पर अपना एतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा है कि पत्नी का मालिक पति नही होता है महिला की गरिमा सबसे उपर होती है ।महिला पुरूष मे असमानता असंवैधानिक है ।महिला के सम्मान के खिलाफ आचरण गलत है महिला और पुरुष का सम्मान एक समान है महिला पुरूष का समान अधिकार होता है ।एडल्टरी अपराध नही हो सकता है ।शादी के बाद सम्बंध अपराध नही है ।अलबत्ता शादी से इतर दूसरा सम्बंध तलाक का आधार बन सकता है ।शादी के बाद भी महिला का अपना अस्तित्व रहता है ।दूसरे सम्बंध के चलते यदि पत्नी आत्महत्या करती है तो सबूत के आधार पर पति पर आपराधिक मामला बनेगा ।
पांच जजो(सीजेआई सहित) की बेच ने आईपीसी की धारा 497 को मनमानी अधिकार देने वाली बताया।शादी के बाद का दूसरा सम्बंध अपराध नही है ।चीन, जापान, ब्राजील मे ऐसे सम्बंध अपराध नही है ।इस प्रकार सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से 157 साल पुरानी आईपीसी की धारा 497 अब समाप्त हो गया।
सुप्रीम कोर्ट – एडल्टरी अपराध नही
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