आजमगढ -कयी वर्ष से ग्रामीण न्यायालय की स्थापना के लिए सभी तहसीलो मे जमीन की तलाश हो रही थी ।तहसील लालगंज मे जमीन भी मिल गई थी किन्तु अधिवक्ताओ के भारी विरोध और धरना प्रदर्शन के बाद मामला आगे नही बढ पाया था ।किन्तु इस बार जिला प्रशासन की ओर से तहसील लालगंज के मेहरोकला गांव की उसर की 0’320 हेक्टेयर भूमि ग्रामीण न्यायालय की स्थापना हेतु आवंटित करने की कोशिश की जा रही है।गाँव के लोगो को गांव मे ही न्याय दिलाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की पहल पर ग्राम्य न्यायालय की स्थापना का निर्णय लिया गया।इस न्यायालय मे सिविल वार,क्रिमिनल केस,और क्लेम से जुड़े छोटे मोटे मामले ही सुने जाएगे ।इस ग्राम्य न्यायालय मे प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट तैनात किए जायेगे ।इस न्यायालय मे 25 हजार रुपए तक की चोरी,बंधुआ मजदूरी, महिला की लज्जा भंग, जमीन मे भागेदारी, खेतो से जुड़े विवाद, मारपीट की घटना, कम मजदूरी? जुवा एक्ट जैसे जुड़े मामलो की सुनवाई होगी ।सबसे अच्छी बात यह है कि इस न्यायालय के मामले छह महीने मे ही निस्तारित हो जाएगे ।