राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी छोड़कर कई बड़े नेता भाजपा में या अन्य क्षेत्रीय पार्टीयों में चले गए और वहां बडे-बडे पदों पर विराजमान हो गए। भाजपा में गए कई नेता केंद्रीय मंत्री या प्रदेश के मुख्य मंत्री तक बने बैठे हैंऔर सभी ने पार्टी छोड़ते समय इसके लिए राहुल गांधी को ही कारण बताया है,लेकिन राहुल गांधी ने अपनी तरफ से कोई सफाई नहीं दी, केवल यही कहा कि सबके अपने-अपने कारण हैं(कोई सीबीआई, कोई ईडी,कोई लाभ प्राप्ति के लिए, कोई दबाव के कारण)पार्टी छोड़कर जाने के । पहले गुलाम नबी और कपिल सिब्बल की अगुवाई में कुछ नेताओं ने भी राहुल गांधी के खिलाफ बगावत की, नतीजा शून्य रहा,कपिल सिब्बल को सपा ने राज्यसभा में भेज दिया,गुलाम नबी कहीं के नहीं रहे। मणिशंकर अय्यर पार्टी में ही बेगाने हो गए, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अशोक गहलोत,शशिथरूर,सलमान खुर्शीद,मनीष तिवारी या उन जैसे कुछ अन्य नेताओं को भी राहुल शायद ही पार्टी से निष्कासित करेंगे, अलबत्ता उन्हे महत्वहीन या पद विहीन कर देंगें ,ऐसा राहुल गांधी की कार्यशैली को देखकर लगता है-सम्पादकीय-News51.in