कर्नाटक के युवा भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या का नाम कोविड काल में बैंगलेरु में साउथ वार रूम में, जहाँ कोविड मरीजों का इलाज चल रहा था वहां अपने चाचा रवि सुब्रमण्यम के साथ पहुंच कर पैसे लेकर बेड बेचने का भण्डा फोड़ किया था यह अलग बात है कि बाद में यह मामला साम्प्रदायिकता की भेंट चढ गया था 206 कर्मचारियों में 17 मुस्लिम कर्मचारियों पर यह आरोप लगा था। वहीं से उनका नाम चमका था दक्षिण बैंगलेरु से लोकसभा का चुनाव जीतने वाले तेजस्वी सूर्या सबसे कम उम्र के सांसद हैं वे पेशे से अधिवक्ता हैं और भाजपा की छात्र विंग एवीबीपी एवं आर एस एस में भी शामिल होकर निकले हैं युवाओं में बेहद लोकप्रिय और तेजतर्रार नेता माने जाते हैं 16 नवम्बर 1990 में चिकमंगलूर में ब्राह्मण परिवार में इनका जन्म हुआ था पिता सूर्य नरायन माता रमा हैं Arise india नामक एक एनजीओ भी इन्होने बना रखा है जिसमें युवाओं को नेता बनाने के गुर सिखाए जाते हैं ये सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं