1 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष का एलान हुआ साथ ही इसे 6 भागों में बांटते हुए 6 प्रांतीय अध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी गई, ये जोन पश्चिम, ब्रज, बुंदेलखंड, अवध, प्रयाग और पूर्वांचल हुए। अब जरा कमेटी गठन को ध्यान से देखें तो यूपी अध्यक्ष बनाए गए बृजलाल खाबरी,, सोनकर हैं,, सोनकर दलित वर्ग के होते हुए बेहद जुझारू होते हैं बसपा और भाजपा में बंटा हुआ है इस कम्युनिटी का वोटर, पहले यह कांग्रेस का ही वोट हुआ करता था। अब प्रांतीय अध्यक्षों पर एक नज़र डालते हैं नकुल दूबे और योगेश दिक्षित ब्राह्मण हैं, कांग्रेस कि नजर भी इन पर है नसीमुद्दीन सिद्दीकी मुस्लिम समुदाय से आते हैं वे भी बसपा में रहते हुए संगठन का काम किया और बसपा को मजबूत करने में उन्होने अपना बड़ा योगदान किया था अजय राय की भी भूमिहार समुदाय में गहरी पकड़ है वर्तमान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के विरूद्ध चुनाव लड़ चुके हैं वीरेंद्र चौधरी भी अच्छे संगठन कर्ता हैं अनिल यादव युवा नेता हैं और राहुल गांधी के काफी करीब हैं कांग्रेस ने बसपा के दरकते वोटर्स और उससे पार्टी के कमजोर होने का फायदा उठाने का प्रयास कर रहे हैं अब कितनी सफलता कांग्रेस को मिलतीहै ,ये देखना होगा क्योंकि लोकसभा चुनाव में अभी समय है जो टीम कांग्रेस की बनी है कि बसपा को वोटबैंक को पूरी तरह तोडकर अपनी पार्टी में लाया बृजलाल खाबरी सोनकर बसपा में एक बार लोकसभा सांसद और एक बार राज्य सभा में भी रह चुके हैं और मायावती के काफी करीब थे वही हाल नकुल दूबे और नसीमुद्दीन सिद्दीकी का भी रहा है। लोकसभा चुनाव में अभी समय है। इस बीच कांग्रेस अपने को कितना मजबूत कर पाती है, यह देखने की बात है