कोलकाता -22नवम्बर- क्रिकेट की आई पीएल की तर्ज पर भारत में भारतीय फुटबॉल को बढावा देने के उद्देश्य से 2013 में शुरू की गई फुटबाल की इंडियन सुपर लीग का शुभारंभ किया गया था। जिसमें पिछले (2019-2020) तक छह सीजन समाप्त होते -होते फुटबॉल को भारत में लोकप्रियता को नया आयाम दिया है और फुटबॉल के प्रति लोगों में लोकप्रियता को देखते हुए अब तक खेल रही 10 टीमों के बजाय आज से प्रारम्भ हो रही 7 वें सीजन में 11 टीमें भाग ले रही हैं। 6 सीजन में 3 बार कोलकाता की ऐटीके ने पिछले सीजन सहित तीन बार खिताब जीता है। वहीं चेन्नईयन एफ. सी ने दो बार और बैंगलेरु एफ. सी. ने एक बार (2018-19) में खिताब जीता था। जो 11 टीमें इस बार खेलने वाली हैं उनके नाम -ऐटीके, कोलकाता (3बार की चैम्पियन), चेन्नईयन एफ. सी. (दो बार की चैम्पियन), बैंगलेरु एफ. सी. (एक बार की चैम्पियन), जमशेद पुर एफ सी, नार्थ ईस्ट यूनाइटेड एफ.सी.केरेला ब्लास्टर एफ. सी., मुम्बई सिटी, एफ. सी. गोवा, उड़ीसा एफ. सी., हैदराबाद एफ. सी., देलही डाईमंड्स, पूणे सिटी है । आज सातवें सीजन का पहला मैच बैंगलेरु एफ सी और एफ. सी. गोवा के बीच खेला जाएगा। सभी टीम अपने 11 खिलाड़ियों में एक मैच में 4 विदेशी खिलाड़ी ही आई. पी. एल. की तर्ज पर खिला सकता है बैंगलेरु की टीम में कोच रार्लेस कुआड्राट और भारतीय टीम के प्रमुख स्ट्राइकर सुनील क्षेत्री के सामने नये विदेशी खिलाड़ियों के आने से काफी मजबूती से इसबार खेलने उतरी गोवा को अपनी टीम को परखने का मौका मिला है। इसके अलावा चेन्नईयन की टीम में पहले खिलाड़ी और अब कोच की भूमिका में आए 2015 विश्व कप विजेता टीम में खेलने वाले मार्को माटेराजी से चेन्नईयन की टीम भी बेहद खतरनाक नजर आ रही है। इस बार कोलकाता की ऐटीके के लिए काफी मुश्किल खिताब जीतने में होगी, लगभग सभी टीमों ने अपनी टीम में कुछ अच्छे विदेशी खिलाड़ियों को अपनी टीम के साथ जोड़ा है अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार हीरो सुपर लीग का खिताब किसके माथे सजता है