भाजपा ने लगातार अपने बडे़ नेताओं,खासकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अथक प्रयासों और रैलियों के बल पर त्रिपुरा में 60 में32 सीटें लेकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया और नागालैंड में 60 में12 सीट जीता,लेकिन सहयोगी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी को 25 सीट मिली।इस तरह वहां भी राजग पूर्ण बहुमत में आगयी है,नागालैंड में कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गयी है। मेघालय में किसी को बहुमत नहीं है,जोड़तोड़ जारी है,यहां कांग्रेस पिछली बार 21 ,इस बार 5 सीट पर।आ गयी है।त्रिपुरा में कांग्रेस को पिछली बार खाता नहीं खुला था ,वामदलों से गठबंधन कर लडी़ कांग्रेस को 3 सीट मिल गयी और वामदलों को मात्र 12 सीट मिली।पूर्वोत्तर राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बडे़ नेताओं की उदासीनता ने कांग्रेस की भट्ठा बैठाने में कोई कसर नहीं छोडी़।शायद उनके बडे़ नेताओं ने अगर भाजपा के शीर्ष नेताओं की तरह परिश्रम और रैलियां की होती तो शायद इतना बुरा हाल न होता,गुजरात विधान सभा चुनाव वाली गलतियां यहां भी कांग्रेस के बडे़नेताओं ने की,और चुनावों सेदूरी बनाकर रखा।