Sunday, September 8, 2024
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पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव से कांग्रेस को भारी उम्मीदें, आत्मविश्वास आसमान पर

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।।।।।।पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव 2022 हो रहा है और ये राज्य हैं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर। आज पहले फेज का मतदान भी हो रहा है। इन पांचो राज्यों में इस बार कांग्रेस को जीत की बड़ी उम्मीदें हैं और जो फीडबैक कांग्रेस करा रही है सूत्रों के मुताबिक इनमें से चार राज्य में (उत्तर प्रदेश को छोड़कर) उसको पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है और उत्तर प्रदेश में भी प्रियंका गांधी ने जो नया संगठन खड़ा किया है उसकी और प्रियंका गांधी की मेहनत की बदौलत पार्टी अच्छी लड़ाई लड़ती दिख रही हैं। कांग्रेस ने इस बार बिना किसी संकोच के और बिना किसी दल के नाराज होने की अपनी पुरानी झिझक के पांचों राज्य में अपने नये और युवा तेजतर्रार नेताओं को चुनाव में पुराने वफादार नेताओं के साथ तालमेल कर उम्मीद वार बनाया है। इसबार पार्टी न तो अपने बड़े से बड़े नेताओं के दबाव में झुकी है और न ही शोपीस नेताओं को अन्य दलों में जाने से रोकने का ही प्रयास किया। चाहे जितिन प्रसाद, हों या आरपीएन सिंह हों या ललितेश पति त्रिपाठी रहे हों या पंजाब में अमरिंदर सिंह हों या मुख्य मंत्री पद के लिए अपने नाम की घोषणा आला कमान से करवाने की नवजोत सिंह सिद्धु की रही हो या सुनील जाखड़ का राजनीति से संन्यास की बात रही हो। पहली बार 2014 के बाद इतना कड़ा संदेश कांग्रेस आला कमान द्वारा दिखाया गया है जिससे कांग्रेस को काफी फायदा भी होता दिख रहा है। कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी दिक्कत थी विरोधी दलों के तमाम आरोपों का जबाब, अच्छे वक्ताओं की कमी और भारतीय इतिहास के अच्छे जानकार नेताओं को आगे न आने देना। लेकिन इसबार कांग्रेस ने सभी झिझक को छोड़कर अच्छे और नयी पीढी के नौजवान नेताओं की फौज को स्टार कम्पेनर बना कर चुनाव प्रचार में उतारा।जैसे नयी सनसनी कन्हैया कुमार (जिनकी राजनितिक जानकारी, भारतीय इतिहास की और आज की समस्याओं पर उनकी पकड़, सबसे बड़ी ताकत उनकी वाकपटुता की, जिसका खौफ विपक्ष के बड़े से बड़े नेताओं और टीवी चैनलों के एंकरों में बैठ गया है) ,राजस्थान के युवा पूर्व उप मुख्य मंत्री सचिन पाइलेट, गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल, (जो महीनों मोदी सरकार का विरोध करते हुए जेल में बंद रहे), इमरान प्रताप गढी, छत्तीस गढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा स्वयं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने खुलकर प्रचार किया। 14,20 फरवरी को पंजाब चुनाव और उत्तराखंड में मतदान सम्पन्न होने के बाद बचे अन्य चरणों में चरनजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धु, हरीश रावत भी प्रचार करते नजर आएंगे। इन सब बातों का सकारात्मक प्रभाव यह हुआ है कि उत्तर प्रदेश के अलावा बाकी सभी चार राज्य में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने का अंदाजा लगाया जा रहा है। अलबत्ता उत्तर प्रदेश में कांग्रेस, जहाँ जातिगत और धार्मिक आधार पर चुनावी लड़ाई हो रही है और कांग्रेस इसी कारण *लड़की हूं, लड़ सकती हूं* के नारे के साथ 40।प्रतिशत टिकट महिलाओं को और युवाओं को टिकट दिया है। ये नया प्रयोग निश्चित ही कांग्रेस को मजबूत ही करेगा। कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलता दिख रहा है ऐसा प्रतीत होता है कि 25-35 सीट कांग्रेस पा सकती है तो वह निर्णायक स्थिति में आ सकती है।

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