नयी दिल्ली-आज एक चमत्कार हुआ ।जिस तेलुगु देशम पार्टी की बुनियाद ही काग्रेस की बुनियाद थी।खासकर नेहरू-गांधी परिवार से बेहद नफरत करने वाले चन्द्र बाबू नायडू ने काग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की ।हालांकि भाजपा द्वारा आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नही देने के बाद से तथा जगनमोहन रेडडी को भाजपा दद्वारा विशेष तरजीह दिये जाने से भाजपा से खार खाये चन्द्र बाबू नायडू की मजबूरी भी थी कि वह कांग्रेस से हाथ मिलाए ।अन्यथा अकेले बीजेपी और जगनमोहन रेड्डी से राजनीतिक लड़ाई लड पाना सम्भव नही था ।उधर बीजेपी को यह कत्तई उम्मीद नही थी कि नायडू कभी काग्रेस से हाथ मिला सकते है । यहा बीजेपी गच्चा खा गई ।इसके अलावा आज ही चन्द्र बाबू नायडू ने शरद पवार से भी मुलाकात की और बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव मे हराने के सम्बन्ध मे विचार-विमर्श किया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और चन्द्र बाबू नायडू की मुलाकात और विपक्ष द्वारा एकजुट होकर भाजपा के विरूद्ध विपक्ष की राजनीतिक एकता के लिए बातचीत ने टीडीपी और काग्रेस को आंध्रप्रदेश और तेलंगाना मे विपक्ष को संजीवनी दे दी है ।कम्युनिस्ट पहले से ही काग्रेस के साथ है