देश में पांच उपचुनाव में वैसे तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है वहां की कालीगंज सीट पर अलीफा अहमद ने भाजपा प्रत्याशी को हराया वहां तृणमूलि कांग्रेस की सरकार है केरल में अलबत्ता वामदलों की सरकार है,लेकिन वहां की नीलांबुर सीट पर कांग्रेस के UDF गठबंधन के आर्यदन शौकत ने जीत हासिल की,ऐसा साफ दिख रहा है कि वहां वाम मोर्चे की सरकार की स्थित काफी डांवाडोल है । पंजाब की लुधियाना सीट पर आम आदमी के संजीव अरोड़ा की जीत भी लगभग तयं थी क्योंकि वह काफी मजबूत प्रत्याशी थे और वहां आम आदमी पार्टी की सरकार भी है अब गुजरात की दो सीट कडी और विसावदर सीट की बात करें तो विसावदर की सीट पर पहले चुनाव में आम आदमी पार्टी के ही जीते प्रत्याशी के भाजपा में चले जाने के बाद यह उपचुनाव हुआ और वहां आम आदमी पार्टी चुनाव के छह महीने पहले से प्रचार कर रही थी,गुजरात की दूसरी सीट कडी पर उन्होंने जरा भी जोर नही लगाया विसावदर में उनका प्रत्याशी गोपाल इटालिया काफी मजबूत प्रत्याशी थे। कडी सीट पर भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज की। अभी इस उपचुनाव से दो मैसेज साफ है एक पंजाब में अभी भी आम आदमी पार्टी एक बड़ी ताकत है, दूसरे केरल में कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार अगले विधान सभा चुनाव में जाने वाली है और कांग्रेस नीत UDF गठबंधन की सरकार आने वाली है, रही बात गुजरात की , तो अभी कांग्रेस को भाजपा को गुजरात में हराने के लिए बहुत प्रयास करना होगा। वहां भाजपा का मज़बूत गढ है,एकाध सीट की हार-जीत से भाजपा पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।-सम्पादकीय-News51.in