दुनिया का शानदार दोस्त — चे ग्वेरा
चे ग्वेरा —– दुनिया का शानदार दोस्त
अमेरिकी महाद्दीपो में ही एक विलक्ष्ण हत्या का जिक्र करना जरूरी है | लैटिन अमेरिका के देश यूरोप के राजनितिक प्रभुत्व से उन्नीसवी शताब्दी में मुक्त हो चले थे , पर पूरे महाद्दीपो पर आर्थिक प्रभुत्व संयुक्त राज्य अमेरिका का ही कायम था | इसके विरुद्द छिट – पुट संघर्ष चलते ही रहते | बीसवी शदाब्दी में अर्जेटीना में एक मस्त मौला युवक ” चे ग्वेरा ” दमे का मरीज हो गया था , पर डाक्टरी की पढ़ाई कर रहा था | विद्यार्थी जीवन में ही उसने दोस्तों के साथ लैटिन अमेरिका भ्रमण किया और उस दौरान लिखी डायरी ‘ मोटर साइकिल डायरीज ‘ के नाम से पुस्तक और फिल्म के रूप में बेहद लोकप्रिय हो चुकी थी |
इस यात्रा के दौरान उसने पूरे महाद्दीपो की दुर्दशा देखी और उसे दूर करने का संकल्प लिया |
उसने अपनी पढ़ाई दर किनार कर पहले पेरू और फिर क्यूबा के क्रान्तिकारियो के साथ मिलकर साम्राज्यवादी अत्याचार के विरुद्द लड़ना शुरू कर दिया |
बतिस्ता नामक तानाशाह के शासन को अमेरिका का पूरा संरक्ष्ण प्राप्त था और क्यूबा की जनता के शोषण और उत्पीडन का कोई अंत नही था | तानाशाह की जडं इतनी कठोर थी की कोई विद्रोह आसान नही था | फिर भी सेना के एक अधिकारी फिदेल क्रास्तो ने विद्रोह की ठानी | चे – क्रास्तो का दाहिना हाथ बन गया और अंतत: कुबा में क्रान्ति सम्भव हुई | क्रान्ति के बाद चे ने एक कुशल मंत्री के रूप में क्यूबा के निर्माण में योगदान दिया |
उसी दौरान चे भारत भी आये थे और भारत के प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरु से मुलाक़ात की थी | क्रांतिकारी मानस के इस विश्व नागरिक को तब तक चैन नही था , जब तक सारी दुनिया में क्रान्ति नही हो जाती | उसने एक बार फिर क्रान्ति का झंडा उठा लिया और मंत्री पद छोड़ पहले कांगो और फिर बोलिबिया में क्रान्तिकारियो की मदद करने में जुट गया | सारे लैटिन अमेरिका को जागृत कर देने वाले चे के पीछे सी. आई . ए पड़ गयी और बोलिविया में ही उसकी हत्या कर दी गयी |
पर तब तक चे सारी दुनिया के युवाओं का लाडला बन चुका था | होठो में सिगार दबाए उसकी तस्वीर दुनिया की सबसे लोकप्रिय तस्वीरो में से एक है |
उसकी तस्वीर पर उसका एक कथन प्राय: छपा हुआ मिलता है , ‘ भले ही मेरी कही बाते हास्यास्पद माना जाए , मैं जोर देकर कहना चाहूंगा कि क्रान्ति का सबसे बड़ा स्रोत प्रेम है ‘ | प्रेम और क्रान्ति का सुन्दर समन्वय करने वाला यह विश्व नागरिक अमेरिकी युवाओं के बीच लोकप्रिय था और है | कहा जा सकता है कि उसकी लोकप्रियता बढती जा रही है | सारे मानव समाज को रूपांतरित कर देने की लालसा रखने वाले , इस क्रांतिकारी की हत्या क्या मानव समाज के लिए आत्महत्या जैसी नही है | लेखक- सुनील दत्ता स्वतंत्र पत्रकार दस्तावेजी प्रेस छायाकार