11 अप्रैल को पहले चरण में अरूणाचल प्रदेश भी ऐसा ही राज्य है जहाँ से 2 लोकसभा चुनाव की सीटों के साथ ही विधान सभा की कुल 60 सीटों पर भी चुनाव होने हैं। 2015 में काफी जोड़ तोड़ के बाद भाजपा की सरकार बनी थी अभी वर्तमान में वहां भाजपा की सरकार है। लोकसभा की दो सीट है दोनों पर 11 अप्रैल को ही चुनाव होंगे।
पहले विधानसभा चुनाव की बात करते हैं।
अरूणाचल प्रदेश में कांग्रेस सदैव मजबूत रही है। पिछले चुनाव में भी जोड़तोड़ के बाद ही भाजपा की सरकार बन पाई थी इस बार यदधपि की अरूणाचल पश्चिम की सीट पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजीजू जीते थे। किन्तु इस बार उनकी खुद की राह आसान नहीं है। अरूणाचल प्रदेश पूर्व की सीट कांग्रेस ने जीती थी।
इस बार भी कमोबेश पिछली बार वाली कहानी ही इस बार विधान सभा चुनाव में दोहराई जाएगी।
रही बात लोकसभा चुनाव की तो, दोनों लोकसभा सीट पर दोनों राष्ट्रीय पार्टीयां टकरा रही हैं। हालांकि मेरे हिसाब से दोनों सीट पर कांग्रेस ज्यादा मजबूती से लड रही है और प्रधानमंत्री की रैली के एक दिन पूर्व वहाँ के मुख्यमंत्री के काफिले सेबरामद करोडों रुपये जो जनता में बांटे जाने थे, ने भी किरकिरी कराई थी। फिलहाल दोनों भाजपा और कांग्रेस एक- एक सीट इस बार भी जीतेंगे ऐसी सम्भावना है।
सम्पादकीय — क्रमशः