चंद्र शेखर आजाद भीम आर्मी चीफ ने मांगी 3 सीट, दो पर अखिलेश यादव तैयार थे लेकिन एक तो मनमाफिक सीट नहीं मिल रही थी और अखिलेश यादव उन्हें बुलाकर एक बार नहीं मिले। दूसरी बार मिले तो उनके मनमाफिक सीट देने को तैयार नहीं हुए। चंद्र शेखर को रामपुर मनिहारन और गाजियाबाद की सीट दे रहे थे जबकि चंद्र शेखर ,आजाद समाज पार्टी जो उनकी नयी राजनितिक पार्टी है के लिए सहारन पुर की सुरक्षित सीट रामपुर मनिहारन के अलावा, नोएडा की दादरी और मेरठ साउथ की सीट भी चाहते थे। लेकिन सपा की मुश्किल यह थी कि वह रालोद को नाराज भी नहीं कर सकते थे और जो तीन सीट चंद्र शेखर मांग रहे थे वो तीनों रालोद के खाते की थी। इसलिए भी शायद वो सीटें अखिलेश यादव नहीं देना चाहते थे। वैसे भी चंद्र शेखर की पार्टी का ढांचा अभी सही आकार भी नहीं ले पाया है फिर भी उनको दो सीट उनको सम्मानपूर्वक दिया जा रहा था, ऐसा सपा सूत्रों का कहना है। उधर अखिलेश यादव द्वारा बुला कर न मिलने से बेहद नाराज चंद्र शेखर अब कांग्रेस में अंदरखाने प्रियंका गांधी से बात चला रहे हैं। सहारन पुर और आसपास के जिले में 20 प्रतिशत दलित हैं जिनके बीच चंद्र शेखर की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। चंद्र शेखर की पार्टी 2 सीट जीत सकती थी लेकिन क ई सीटों पर सपा को दलित वोटों का लाभ भी मिलता। अब देखना है कि कांग्रेस के साथ इनका तालमेल हो पाता है या नहीं