अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दूसरी बार राष्ट्रपति का पद सम्भालते ही अमेरिकी संस्था यू.एस. एड. द्वारा विश्व भर में चलाये जा रहे कल्याण कारी योजनाओं पर रोक 90 दिनोलगा दी थी और उनके सभी कर्मचारियों को प्रशासनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है इसकी जानकारी इस संस्था की बेबसाइड में दिया गया है,यह संस्था शिक्षा, जलवायु, सफाई जैसे क्षेत्रों में जरूरतमंद देशों को सालाना अरबों डालर की मदद संस्था करती थी। इससे भारत में भी लाखों लोग कार्य करते थे।डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे बंद कर विदेश मंत्रालय के अधीन कर दिया है। और अब इसे बंद करके,किस देश को मदद की जरूरत है, इसकी जिम्मेदारी अब विदेश मंत्रालय के अधीन रहेगी, इसकी जानकारी अमेरिकी विदेश मंत्री मर्को रूबियो ने दी है। जहांतक भारत का सवाल है निश्चित रूप से भारी नुक्सान होना है पहली बात तो ये है कि लाखों लोग जो इस संस्था में कार्य करते हैं सभी को लम्बी प्रशासनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है। इस संस्था के बेबसाइट के अनुसार भारत में कयी विश्व विद्यालयों, इंजीनियरिग कालेजो को इस संस्था से फंडिंग हुई थी । 2024 में इस संस्था ने 12 हजार डालर(14 करोड़ रूपया,2023 में 15 करोड़ डालर और 2021 में 31 करोड़ डालर भारत को मिले थे। अब शिक्षा, पर्यावरण, स्वास्थय के क्षेत्र में हो रहे कल्याणकारी कार्यों को तगडा़ झटका लगना स्वाभाविक है। सम्पादकी