भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को जब संसद के अन्दर नही बोलने दिया गया तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एन आर सी पर अपनी पार्टी की बात रखी । उन्होंने बताया कि यह आसाम के लोगो की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने 1985 मे बांग्लादेशी घुसपैठिएयो की पहचान करने का निर्देश ।उस समय की राजीव गाँधी की सरकार को दिया था तब राजीव गाँधी ने एन आर सी का आदेश दिया था किन्तु वोट की राजनीति के चलते ठण्डे बस्ते मे डाल दिया गया।कोर्ट के आदेश के बाद 2005 मे भी यह मामला उठा लेकिन कांग्रेस सरकार ने तब भी कुछ नही किया।उन्होने यह भी बताया कि एन आर सी देशहित मे है जो अपनी नागरिकता साबित नही कर पाए लगभग चालीस लाख के करीब वयस्क लोग है।उन्होने राहुल गाँधी से एन आर सी पर अपना रूख साफ करने को कहा।ममता बनर्जी के इस बयान पर कि एन आर सी लागू होने पर देश मे गृह युद्ध हो जाएगा ।इस पर उन्होने कहा ममता बनर्जी बताए कि देश मे गृह युद्ध कैसे होगा ।एन सीआर मानवाधिकार के लिए और आसाम की जनता के हित के लिए है उन्होने यह बताया कियह एन आर सी रिपोर्ट प्रारंभिक है अन्तिम नही ।