आजमगढ- सपा के बड़े से बड़ा किला इटावा, मैनपुरी को भी पिछले लोकसभा चुनाव में ध्वस्त करने वाली भाजपा आज तक आजमगढ का किला अभी तक फतेह करने में नाकाम रही है। इसके लिये उसने अपना प्रयास भी पुरजोर तरीके से प्रारम्भ कर दिया है एक ओर दिग्गज सगड़ी बसपा विधायक बंदना सिंह को भाजपा में शामिल कराया गया है इसके अलावा क ई अन्य राजपूत नेताओं पर भी भाजपा की निगाह लगी हुई है और इधर मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने गृहमंत्री के हाथों आजमगढ विश्व विद्यालय की नीव रखवा कर उसका नाम महाराजा सुहेल देव के नाम कर एक तीर से दो शिकार भी किया है।राजभर जाति के लोगों को पूर्वांचल में एक मैसेज दिया है, जो ओम प्रकाश राजभर की काट माना जा रहा है। राम मंदिर निर्माण के बाद कृष्ण मंदिर का मामला भी गरमाया जा रहा है अब इधर भाजपा ने एक नया दांव भगवान शिव के रूद्रावतार कहे जाने वाले दुर्वासा ऋषि की तपोभूमि के जीर्णोद्धार कराने का आयोजन भाजपा नेताओं द्वारा हो रहा है दुर्वासा ऋषि धाम के समीप ही महर्षि दत्ता त्रय धाम और महर्षि चंद्रमा धाम स्थल भी है तमसा और मंजूसा नदी के संगम स्थल पर बना दुर्वासा धाम और दत्ता त्रय धाम जिले के निजामाबाद, अतरौलिया और फूलपुर के इलाकों को छूते हैं सपा के अभेद्य किले निजामाबाद को ढहाने और पिछले चुनाव में कुछ वोटों से अतरौलिया सीट गंवाने और फूलपुर की सीट पर दुबारा जीतने की जुगत में भाजपा हर दाँवपेंच लगा रही है वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व अध्यक्ष तथा वर्तमान गोरखपुर मंडल महामंत्री श्री सहजानंद राय जी ने बताया कि पूर्व की सभी सरकारों ने ध्रुवीकरण और तुष्टीकरण की राजनीति की जिसके कारण दुर्वासा धाम जैसी महत्व पूर्ण धार्मिक धाम अनदेखी के कारण जीर्ण -शीर्ण पड़ा हुआ है आजमगढ में 10 विधान सभा क्षेत्र हैं अब देखना है कि महर्षि दुर्वासा का आशीर्वाद भाजपा के साथ किस प्रकार लाभ दिलाता है। सम्पादकीय