इंग्लैण्ड (मैनचेस्टर) -आज भारतीय टीम का विश्व कप में सुनहरा सफर थम गया और कल बारिस के कारण रुका खेल जब शुरू हुआ तो न्यूज़ीलैण्ड 50 ओवर के खेल में 239 रन ही बना सका। तब तक किसी ने भारतीय टीम के हार की कल्पना भी किसी ने नहीं की थी। लेकिन आज का वातावरण और परिस्थितियां कल के मुकाबले अलग और तेजगेंदबाजी के अनुकूल थी और स्विंग तथा उछाल भी मिल रही थी। बाद में स्पिनर सेंटेनर ने गेंदों को घुमाया भी।
बाद में आज 240 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के विश्व स्तरीय बल्लेबाजों ने ऐसा समर्पण स्विंग होती और उछाल लेती गेंदबाजी के आगे किया कि भारत के हार की पटकथा लिख गई। के एल राहुल 1रन,रोहित शर्मा 1 रन, विराट कोहली 1रन और दिनेश कार्तिक 6रन बनाकर वापस पैविलियन लौट चुके थे। तभी सबको लग गया था कि आज इस विश्व कप में भारत का आखिरी दिन है। वह तो भला हो रिषभ पंत और हार्दिक पांड्या का जिन्होंने 32-32 रन जरुर बनाए लेकिन दोनों ने धैर्य की कमी के चलते लम्बे शाट लगाने में अपने -अपने विकेट गंवा दिए। वह तो भला हो रवीन्द्र जडेजा और अपना अंतिम विश्व कप खेल रहे धोनी का, जिन्होंने सातवें विकेट के लिए 116 रनों की साझेदारी कर एक समय भारत को जीत की राह पर ला दिया था लेकिन पहले जडेजा 77 रन कैच आउट हुए बाद में धोनी दूसरा रन लेने के चक्कर में सीधे थ्रो पर(50रन) रन आउट हो गए और भारत 18 रन से मैच हार गया न्यूज़ीलैण्ड अब लार्डस में कल होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से 14 जुलाई को फाईनल खेलेगा।