बुधवार को एक प्रेस कांफ़्रेंस कर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि रामचंद्र सिंह नामक व्यक्ति जो हर समय साए की तरह आरसीपी सिंह के साथ रहता था और उनका सबसे विश्वसनीय था उसी ने जदयू को बताया कि तत्समय प्रदेश भाजपा प्रभारी हर एक दो दिन बाद आरसीपी सिंह से उनके आवास पर दस-साढे दस बजे रात्रि में आते थे और जदयू के विधायकों को तोड़ने के तरीके बताते थे नाम पूछने पर ललन सिंह ने कहा सभी उस व्यक्ति का नाम जानते हैं उनका इशारा तत्समय प्रदेश भाजपा प्रभारी रहे भूपेंदर यादव की तरफ था। उन्होने कहा कि चिराग पासवान ने भाजपा के कहने पर ही जदयू के उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशीयों को उतारा था चुनाव हारने के बाद ये सभी भाजपा में शामिल हो गए आगे उन्होंने दावा किया कि (पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार ) इन तीनों राज्यों में 2019 लोकसभा चुनाव की तुलना में 40 सीटें भाजपा की कम होंगी। ललन सिंह बाद में दिल्ली लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इधर इन सबसे बेपरवाह भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारीयां पश्चिम बंगाल में तेज कर दी हैं वहां भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटें हासिल की थी इसबार तीन केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है और शीघ्र हीराज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा को भी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन की जांच का जिम्मा और प्रभार सौंपा जा सकता है ।बताया जाता है कि शुभेंदु अधिकारी जो इस समय पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता हैं और धर्मेंद्र प्रधान के नजदीकी हैं और टीएमसी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे तथा ममता बनर्जी को चुनाव में हराया था इसीलिए धर्मेंद्र प्रधान को वहां का प्रभारी बनाया गया है।
ललन सिंह ने उस आदमी का नाम बताया जिसने आरसीपी सिंह के षडयंत्र से जदयू को सचेत किया और कहा, तीन राज्यों में 2019 की तुलना में 40 सीटें हारेगी बीजेपी, वहीं भाजपा ने प. बंगाल में मजबूत कदम बढाया
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