लखन ऊ(20 जनवरी) – नबाबों की खानदानी अदावत अगर कहीं देखनी है तो रामपुर में देखनी बेहद दिलचस्प होती है आजम खां नौ बार रामपुर से विधायक रह चुके हैं इसबार दसवीं बार जेल में रहते हुए भी सपा से ही चुनाव लड़ेंगे और उनके बेटे ओबेदुल्ला आजम स्वार-टांडा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। एक समय बेगम नूर बानों के कारण रामपुर में उनके नबाबी परिवार की तूती बोलती थी वह कांग्रेस में थीं बहुत से नेता कांग्रेस के बुरे दौर में कांग्रेस छोड़ कर अन्य दलों में चले गए लेकिन बेगम नूर बानों चुनाव जीतीं या हारीं उन्होंने कांग्रेस कभी नहीं छोड़ी और कांग्रेस के आला कमान से इनका सीधा सम्बन्ध बना रहा। इस बार भी कांग्रेस ने स्वार-टांडा से चार बार विधायक रहे नवेद मियांऔर इनके पिता नबाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां पांच बार और उनकी मां बेगम नूर बानों दो बार सांसद रह चुकी हैं ।इनके परिवार की आजम खां के परिवार की पुरानी रंजिश है। इस समय आजम खां रामपुर से सांसद ओर उनकी पत्नी डा. तंजीब फातमा विधायक हैं और बेटा ओबेदुल्ला आजम स्वार-टांडा से विधायक हैं लेकिन उनकी जन्मदिन का मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। नवेद मियां का कहना है कि आजम खां ने वहाँ की जनता पर बहुत अत्याचार किया है। कांग्रेस ने इन्ही नावेद मियां को रामपुर शहर से और उनके बेटे हमजा मियां को स्वार सीट से टिकट दिया है सपा से स्वार सीट पर ओबेदुल्ला आजम को उतार रही है। इस तरह इस चुनाव में रामपुर और स्वार विधान सभा सीट पर बेहद दिलचस्प लड़ाई होने जा रही है। भाजपा ने अभी अपना पत्ता नहीं खोला है
यूपी के रामपुर से नबाबों की खानदानी अदावत हर चुनाव में अपना रंग दिखाती है
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