योगी लहर में जहां पिछले यूपी विधानसभा चुनावों में बसपा, कांग्रेस दोनों मात्र 1 और दो सीटों पर सिमट गयी थी जानते हैं इकलौते बसपा विधायक उमाशंकर सिंह के बारे में ? सच कहें तो यह जीत बसपा की नहीं बल्कि उमाशंकर सिंह की व्यक्तिगत जीत थी तो इसे अतिशयोक्ति नहीं कहा जा सकता है उन्होने सुभा सपा प्रत्याशी श्री महेंद्र को 6583मतों से हराया था।उमाशंकर सिंह रसडा़ विधान सभा, जो बलिया जनपद में आती है वहां से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी उन्हे रसडा़ में राबिनहुड की उपाधि दी गयी है वेसभी जरूरत मंदो की मदद करते रहते हैं ।वे पेशे से कांट्रेक्टर हैं और उनकी हर पार्टी में पैठ है इसलिए वो सभी कार्य रसडा़ का करवा ही लेते हैं।उन्होने अपनी पढाई ऐ.ऐ.सी.कालेज में पढाई की थी और 1990 में छात्रसंघ के चुनाव मे महामंत्री पद का चुनाव लडा़ और जीत हासिल की थी ।इसके बाद 2000 मे बलिया जिला पंचायत काचुनाव लड़कर जिला पंचायत अध्यक्ष भी बने ।2012 में पहली बार विधायक बने यह वही चुनाव था जिसमें बसपा 206 से सीधे 80 सीटों पर आ गयी थी ।उन्होने सपा के सनातन पांडेय को 52 हजार वोटों हराया था।उन्होने अपने पास 8 करोड़ से अधिक और पत्नी के पास 9 करोड़ से अधिक की सम्पत्ति है जो इन्होने शपथपत्र में दर्शाया भी था महंगी गाडी़यों और हथियारों के भी शौकीन हैं ।
बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह,जिन्होने अपने दम पर रसडा़(बलिया)विधान सभा सीट पर जीत दर्ज कर मायावती की लाज बचाई, जानते हैं कौन हैं उमाशंकर सिंह
RELATED ARTICLES