फीफा विश्व कप फ़्रांस की विजय के साथ ही समाप्त हो गया। क्रोएशिआ ४-२ से मैच जरूर हार गया लेकिन दर्शको का दिल क्रोएसिआ के खिलाड़ियों ने जीता। मैच का स्कोर देखने से लगता है मैच एकतरफा रहा होगा। लेकिन सच तो ये है की क्रोएशिआ की टीम ने ज्यादा हमले किए अगर कुछ मौके उसके खिलाड़ियों ने गवाए न होते तो कुछ भी हो सकता था फिर भी फ़्रांस के आक्रामक खेल की तारीफ तो करनी ही होगी। १९ वर्ष के एम् बापे और एंटोनी ग्रिजमैन जीत के हीरो रहे और क्रोएशिया के कई हमले बेंजामिन पावर्ड ने बचाये। क्रोएशिआ के कप्तान लुका मार्डीस ने और गोल कीपर डेनियल सुबासिक और डिफेंडर डीजेन लोवरेन ने शानदार खेल दिखाया। डेनियल सुबासिक ने पुरे टूर्नामेंट में पांच पेनाल्टी किक बचाये। संभावित विजेता जर्मनी ब्राजील अर्जेंटीना की टीमें कोई कमाल नहीं दिखा पाई। मेसी ,नेमार क्रिस्टियानो रोनाल्डो आदि सितारे चमकने पहले ही बुझ गए। अब नए अनजान लड़के सुपर स्टार बन कई वर्ष तक विश्व फुटबाल में चमकेंगे। इनमे इंग्लैंड के २४ वर्ष के हैरी कैन जिन्होंने पुरे टूर्नामेंट में सबसे अधिक ६ गोल किया उन्हें गोल्डन बूट एवार्ड मिला। इंग्लैंड की टीमसबसे युआ थी और उन्होंने क्या खूब खेला। एक टीम ुरुगवये और बेल्जियम बातकरना जरुरी है लेकिन ये दोनों ही टीमें बहुत ही अच्छा केलि भाग्य ने साथ नहीं दिया। उरुग्वे का सबसे शानदार खिलाडी कवाड़ी के घायल होनेसे उरुग्वे की जीत क्वार्टर फ़ाइनल में नहीं हो पायी तो अतिश्योक्ति न होगी। आने वाले वर्षो में नए सितारे हेरी कैन इंग्लॅण्ड कबाड़ी उरुग्वे ,फ़्रांस एम् बापे ,पाल पोग्बा ,बेंजामिन पावर्ड और एंटोनी ग्रिजमैन फ़्रांस के ,डेनिश चेरिशेव रूस के। लुका मार्दिक क्रोएसिआ के कप्तान विश्व पटल पर छाए रहेंगे।