काठमांडू (नेपाल) 22 म ई -एक नाटकीयता घटना क्रम में आधी रात को नेपाली राष्ट्रपति विद्या देवी भण्डारी ने देश की दोनों दलों के सरकार बनाने के दावे को खारिज करते हुए अचानक आधी रात को देश में राष्ट्रपति शासन लगाने की घोषणा कर दी। इससे ओली और विपक्षी दलों में अचानक इस घोषणा से खलबली मच गई और सभी दलों में भारी असंतोष व्याप्त है। झात है कि कल ही विपक्षी दलों ने नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व में राष्ट्रपति को 149 सांसदों के समर्थन का पत्र सरकार बनाने के लिए सौंपा था लेकिन एक बार गुरूवार तक विश्वास मत हासिल करने पर अनिच्छा जताने के बाद कल अचानक ही प्रधान मंत्री के. पी. ओली भी 153 सांसदों का समर्थन पत्र राष्ट्रपति को सौंप कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था। राष्ट्रपति ने दोनों के दावे खारिज कर देश में राष्ट्रपति शासन लगा कर नवम्बर में मध्यावधि चुनाव का एलान कर दिया है।