तीसरे फेज में पूरे पंजाब में एक ही बार में सम्पूर्ण वोटिंग सम्पन्न हो गई और शाम 6 बजे तक यानि वोटिंग समाप्त होने तक 64.3 प्रतिशत वोटिंग हुई जो पिछली बार के विधान सभा चुनाव के2017 के मुकाबले 14.3 प्रतिशत मतदान कम हुआ है ।जिससे कांग्रेस की सरकार के खिलाफ कोई ऐसी बात जनता में नहीं नजर आई है दूसरे चरण जीत सिंह चन्नी के फेस पर कांग्रेस का चुनाव लड़ने का फैसला भी लगता है काम कर गया है क्यों कि उनके मुकाबले मुख्य खतरा बना आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत सिंह मान काफी हल्के साबित होते नजर आये। कम वोटिंग से कांग्रेस की जीत की सम्भावना काफी बढ गयी है ऐसा कांग्रेस के नेता बता रहे हैं बाकी पंजाब में किसकी जीत होगी ।10 फरवरी को ही मालूम होगा।