Sunday, October 6, 2024
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टी- 20 विश्व कप 2021

विश्व कप- 21,टी -20 के महा कुंभ की शुरुआत 23 अक्टूबर से शुरू हो गई है। तथा क्वालिफायर मैच से जीती टीमें भी (बंगला देश, आयरलैंड, अफगानिस्तान और नामीबिया) मुख्य दौर में पहुँच गई हैं पहले दिन 23अक्टूबर को दो मैच हुए पहला मैच आस्ट्रेलिया ने और दक्षिण अफ़्रीका के बीच हुआ जिसमें आस्ट्र्लिया ने5 विकेट से जीत हासिल की। दूसरे मैच में वेस्ट इंडीज़ जैसी मजबूत टीम मात्र 55 रन पर ढेर हो गई और इंग्लैंड ने बड़ी आसानी से जीत दर्ज की। 24 अक्टूबर को भी दो मैच हुआ जिसमें पहले मैच में जो भारत के समय के अनुसार 3़30 बजे दिन में होता है श्री लंका ने बंगला देश को हरा दिया। लेकिन सबकी निगाह शाम को भारतीय समयानुसार 7ं.30 बजे शाम को शुरू होता है। भारत बनाम पाकिस्तान के मैच पर टिकी थी और सभी यह मान रहे थे कि विश्व कप टी- 20 के सभी 5 मैचों को भारत ने जीता है और यह मैच भी भारत ही जीतेगा। लेकिन इसका उल्टा हुआ और पाकिस्तान ने भारत को आसानी से 10 विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम ने शुरुआती तीन विकेट गिरने के बाद सम्भाल कर खेलते हुए कप्तान विराट कोहली के अर्धशतक और ऋषभपंत के 39 रनो के स्कोर से 151 रनों का सम्मान जनक स्कोर बनाया तो लगा कि हमारे गेंदबाज मैच में भारत की वापसी कराएंगे,लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और विश्व स्तरीय भारतीय गेंदबाज एक भी विकेट नहीं ले सके। पाकिस्तान के दोनों ओपनर कप्तान बाबर आजम 79 रन, 55 गेंद और मोहम्मद रिजवान 68 रन 52 गेंद पर बनाये। ये तो हुई मैच की बात। अब मैच के बाद हार-जीत का पोस्टमार्टम भी होता है। पहली बात तो यह सच है कि शाम को होने वाले मैच में बाद में फील्डिंग करने वाली टीम के गेंदबाजों को शाम को पड़ने वाली ओस से काफी दिक्कत आएगी, गेंद के ग्रिप को पकड़ने, उनको सही लेंथ पर फेंकने की समस्या से सभी टीम के गेंदबाजों को झेलना पड़ेगा, भारतीय गेंदबाजों को भी कल इस समस्या का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ पाकिस्तान टीम के खेल को देख कर साफ लगा कि वो पूरी तरह होमवर्क करके आये हैं वहीं भारतीय टीम ने कोई प्लान नहीं तैयार किया था, साफ दिख रहा था सभी टीम प्लान ए, प्लान बी कर के मैदान पर उतरती हैं। तीसरी सबसे बड़ी गलती टीम प्रबंधन की यह रही कि जब हार्दिक पांड्या के कंधे में चोट का सबको पता था और यह कि वह बालिंग नहीं कर सकते और बैटिंग में भी कंधे का इस्तेमाल होता है फिर उनको खिलाने का औचित्य क्या था। अश्विन बेहतर विकल्प था इसी प्रकार आफ फार्म तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को विश्व कप जैसी महत्व पूर्ण प्रतियोगिता में खिलाया गया जबकि आईपीएल जैसी प्रतियोगिता में विकेट लेने के लिए जूझते रहे वहीं आईपीएल सहित पिछले कई महीने से लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले शार्दूल ठाकुर को क्यों नहीं खिलाया गया, जबकि वह हार्दिक पांड्या के चोट के कारण अच्छे आलराउंडर विकल्प थे, तेज गति से रन भी बनाने में सक्षम हैं। इन्ही सब सवालों में भारत की हार का कारण भी छिपा है आशा है कल की हार भूलकर अपनी गलतियों को सुधार कर आगे आने वाले मैचों में भारतीय टीम विजय के पथ पर अग्रसर होगी। सम्पादकीय News 51.in

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