आजमगढ -हर तरफ से निराश होकर बड़ी उम्मीदो से आज एक दलित महिला एसपी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई लगायी और अपने साथ हुई दिल दहलाने वाली घटना को कार्यालय से बाहर निकल कर पत्रकारो को बताया ।उक्त दलित महिला मुबारक पुर थाना क्षेत्र के गजहडा गांव की है उसने वर्ष 2015 मे ग्राम सभा का चुनाव लडा था तभी से गाँव के दबंग उससे रंजिश रखने लगे थे।उक्त लोग म ऊ मे तैनात जीआरपी के सिपाही के साथ मिलकर साजिश रचे।और साजिश के तहत दिसंबर 2017 मे उक्त सिपाही तीन चार लोगो के साथ उसके घर आया और उसके पति को म ऊ भेजने को कहा । छह दिसंबर 2017 को वह अपने पति और दो बच्चो के साथ म ऊ गयी।जहा उक्त सिपाही ने उसे एक दुकान पर बुलाया वहा से सबको लेकर सरायलखनसी थानान्तर्गत एक कमरे मे ले जाकर रखा और इस बीच मेरे पति को चोरी के आरोप में जेल भेजवा दिया।और रात में अपने साथियो के साथ उसे जबरन शराब पिलाकर निर्वस्त्र कर मोबाइल पर गाना लगा कर निर्वस्त्र नचाते रहे और उसके साथ दुष्कर्म भी किए । बाद में धमकी देकर घर भेज दिया कि अगर मुह खोला तो पूरे परिवार को बर्बाद कर देगे ।यहा आकर अस्पताल में मेडिकल करा कर थाने मे शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की।तब कोर्ट के आदेश से मुकदमा दर्ज हुआ । छह जनवरी 2018 को उसका पति जेल से जमानत पर छूटा। फिर दस जनवरी को उक्त सिपाही तीन लोगो के साथ घर आया ।और पति के बारे मे पूछने लगा जब मैने बताया कि वो घर मे नही है तो उनलोगो ने जातिसूचक शब्दो का प्रयोग कर किसी तरह की कार्रवाई न करने के लिए धमकाते रहे।अब वह लोग आए दिन आकर मुकदमा उठाने की धमकी दे रहे है।पूरा परिवार डरा हुआ है।मुबारक पुर थाने पर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई ।