नई दिल्ली -आज से मानसून सत्र प्रारंभ हो रहा हैऔर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बढ़ते मतभेद के चलते संसद के भीतर एक-दूसरे को शह मात का खेल भी शुरू हो गया है । इस बार शायद पहली बार मोदी सरकार के विरूद्ध विपक्ष पूरी तैयारी के साथ लामबंद है । इसकी झलक कल मायावती ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को राहुल गांधी के खिलाफ बोलने पर दण्डित कर दिया है ।जिसका समर्थन अखिलेश यादव ने भी किया है ।पूर्व सत्र मे 58 बिल लटके है जब कि इस बार 18 नये बिल आने वाले है।कल सुप्रीम कोर्ट द्वारा भीड़ के हिसा के विरूद्ध कानून बनाने के लिए केंद्र को कहना,महिला आरक्षण बिल, महगाई, टीडीपी का आन्ध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने ,तीन तलाक को अपराध घोषित करने, हलाला विवाह को दुराचार की श्रेणी मे लाना, आदि ऐसे मुद्दे है जिनपर टकराव अवश्य होना है ।विपक्षी दल कोई भी बिल पास होने नही होने देगे क्योंकि सरकार अकेल उसकी क्रेडिट ले यह उन्हे मंजूर नही ।क्योंकि सभी पार्टीयो चुनावी चाल चलना शुरू कर दी है ।