आजमगढ -विकास भवन के बाहर आज अजीब नजारा देखने को मिला ।एक अधिकारी कर्मचारीयो के साथ स्वयम एक अधिकारी(परियोजना निदेशक)दूसरे अधिकारी के विरूद्ध (मुख्य विकास अधिकारी)धरने पर बैठ जाय।ऐसा शायद आजमगढ मे पहली बार हुआ है ।दरअसल आज कार्यालय खुलने के बाद ही मुख्य विकास अधिकारी ने एक फाइल जिसमे दूसरी किस्त दी जानी थी ।,की जांच के लिए पीडी को लिखा और उन्हे अपने कार्यालय मे बुलाया और वही दोनो के बीच कहासुनी होने लगी ।उसके बाद तमतमाए पीडी बाहर निकल आए तब तक सभी कर्मचारी भी इकठ्ठा हो गए ।पीडी ने उन्हे बताया कि सीडीओ साहब उन्हे मारने का प्रयास भी किया जिसके कारण वह बाहर निकल आए ।और कर्मचारीयो के साथ विकास भवन के गेट पर धरने पर बैठ गए और सीडीओ पर तानाशाही का आरोप लगाया ।उधर सीडीओ ने बताया कि पीडी श्री दुर्गा दत्त शुक्ला और डीपीआरओ कोई काम नही करते है और केवल कमीशन के चक्कर मे रहते है इसकी जांच होनी चाहिए ।जिलाधिकारी महोदय की जानकारी मे मामला आने पर उन्होने अपर जिलाधिकारी,प्रशासन को दोनो अधिकारीयो के बीच सुलह शान्ति हेतु भेजा ।किन्तु समाचार लिखे जाने तक मामला सुलझ नही सका था ।