आईपीएल 2025 अपने आखिरी सफर पर पहुंचने वाला है और राजस्थान रायल्स और हैदराबाद, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स ये चार टीमें अंतिम चार मे पहुंचने की सम्भावना लगभग समाप्त हो चुकी है इनमें राजस्थान के प्रमुख बल्लेबाज संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल अबतक आउट ऑफ फार्म रहे हैं,कभी-कभार जायसवाल और कभी रियान पराग टुकड़ों में रन बनाए, नये खिलाड़ी 14 वर्षीय वैभव रघुवंशी ने जरूर अच्छा खेल दिखाया लेकिन अब तक काफी देर हो चुकी है दस मैच में छः अंक? अब दूसरी हैदराबाद की टीम ने शुरुआत धमाकेदार की, लेकिन एक दो मैचों के बाद उसी धमाकेदार बल्लेबाजी करने की चाहत उस पर भारी पड गई, बालिंग हैदराबाद की मुख्य कमजोरी है नौ मैच में छः अंक , टीम अंतिम चार में पहुंचने में देर कर चुकी है, कोलकता की टीम की प्रमुख मज़बूती उनके स्पिनर हैं,इस बार उनके तेज गेंदबाजों के साथ उनके स्पिनर भी उतना प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं, जितनी टीम उम्मीद कर रही है, रही बात चेन्नई सुपर किंग्स की, तो उनके पुराने और अनुभवी बल्लेबाज चल नहीं पा रहे हैं चाहें ओपनर रचित रविंद्र,डेवेन कान्वे हों,टीम से जुड़े दीपक हुड्डा,राहुल त्रिपाठी भी सुपर फ्लाप साबित हुए, कुछ मैच के बाद कप्तान रितुराज गायकवाड चोटिल होकर टीम से बाहर हो गए शिवम दूबे भी इस बार पहले जैसा खेल नहीं दिखा पाये । सारी टीमों में तमाम नये और कम उम्र के खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है और सभी नये खिलाड़ी अच्छा खेल दिखा कर टीम के लिए मैच विजेता बन कर उभरे हैं, वहीं कप्तान बने धोनी उन्ही फ्लाप खिलाड़ियों को घुमा-फिराकर खिला रही है,राहुल त्रिपाठी और दीपक हुड्डा पर धोनी की मेहरबानी , धोनी ही बता सकते हैं,बेंच पर बैठे राम कृष्ण घोष को क्यों अबतक नहीं आजमाया गया।विजय शंकर को क्यों लगातार खिलाया जा रहा है?फिलहाल चेन्नई भी अब अंतिम चार में पहुंचने से रही,9 में चार अंक लेकर अंतिम पायदान पर है।अब बात करते हैं दिल्ली और मुंबई के कप्तान अक्षर पटेल और हार्दिक पांड्या की, अक्षर पटेल ने जिस तरह टीम का नेतृत्व मैदान पर दिखाया है,उसने सभी का दिल जीत लिया है,एक साधारण टीम को लगभग अंतिम चार में पहुंचना सुनिश्चित कर दिया है, इसी प्रकार पहले मैच में न खेल पाने वाले(चेन्नई से हार)हार्दिक ने जब मुंबई की कमान सम्भाली तो मुंबई की हालत खस्ता थी, जब कि मुंबई की टीम इस बार बेहद मजबूत टीम है, ये सभी मान रहे हैं लेकिन हार्दिक के आने के बाद मैदान में उनका नेतृत्व और स्मार्ट मूवमेंटस देख सभी चकित हैं, ऐसा लगता है जैसे विपक्षी टीम के सभी खिलाड़ियों की कमज़ोरी वह पहले से जानते हैं और उसी के अनुसार व्यूह रचना तैयार कर लेते है।शुरूआत के कुछ मैचों के हार के बाद अब 10 मैच में 12अंक खुद इसकी गवाही दे रहे हैं।-समीक्षा New51.in