कल हुए आईपीएल के 7 वें मैच में धोनी ने एक बार फिर टास जीत कर दिल्ली को पहले बल्लेबाजी करने को कहा। दीपक चाहर की पहले ही ओवर में गेंद पृथ्वी शा का बल्ला चूमते हुए धोनी के ग्लब्ज में समा गई लेकिन न धोनी और न ही चाहर ने सुना न अपील किया। इसी पृथ्वी शा ने मात्र 43 गेंद पर 64 रन बनाये और शिखर धवन 35, ऋषभ पंत 37और कप्तान श्रेयस अय्यर के 26 रनों की बदौलत दिल्ली ने 176 रनों का स्कोर खड़ा किया जबाब में खेलने उतरी चेन्नई की ओपनर फिर नहीं चले। मात्र डुप्लेसिस ही 43 रन बना सके। रबाडा ने 26 रन देकर 3 विकेट लिए। मैंने दो दिन पहले भी लिखा था कि धोनी को दो विकेट गिरने के बाद बैटिंग के लिए अवश्य आना चाहिए आना चाहिए और अम्बाटी रायडू के टीम में आने के बाद तीन विकेट गिरने के बाद ही आ जाना चाहिए बालिंग में भी केदार जाधव को एकाध ओवर देकर आजमाने में कोई हर्ज नहीं है जडेजा लगातार दूसरी बार मंहंगे साबित हुए हैं। कहा जा रहा है कि ब्रावो के ठीक हो जाने पर उन्हें सैम कुर्रन की जगह लाया जाएगा किंतु कुर्रन बहुत अच्छा खेल रहे हैं उन्हें हटाने का निर्णय गलत होगा। अब भी देर नहीं हुई है रायडू के बाद धोनी अगर नहीं आते हैं तो इस टूर्नामेंट में चेन्नई की टीम का भगवान ही मालिक है। इमरान ताहिर को इलेविन में लाने के लिए एक विदेशी खिलाड़ी को हटाना पड़ेगा, जो सम्भव नहीं है।