वार्नर 28,बेयरेस्टो0, मनीष पांडेय 29और विलियम्सन 9 के आउट होने अंडर 19 के कप्तान प्रियम गर्ग और आल राउंडर अभिषेक शर्मा ने ऐसा शमां बांधा कि, एक समय 130-135 तक भी न पहुंचने वाली हैदराबाद की टीम 5 विकेट पर 165 रन पर पहुंच गई। चेन्नई की टीम की समस्या ओपनर्स का न चल पाना और इस बार फार्म में चल रहे अंबाटी रायडू 1 रन और वाटसन लगातार चौथी बार 1 रन फ्लाप रहे इस बार फार्म में चल रहे डुप्लेसिस 22 रन भी जल्द आउट हो गए केदार जाधव 9 रनको भी अपने से उपर भेजने की गलती उनके फ्लाप होने के बाद भी इस बार धोनी ने किया । केदार के स्थान पर उन्हें स्वयं आना चाहिए था। धोनी ने नाबाद 47और रवींद्र जडेजा ने 50जरूर बनाया लेकिन 7 रन से मैच चेन्नई हार गया। क्रिकेट में रिस्क लेना और अपने खिलाड़ीयों की क्षमता पहचानने में माहिर और किस क्रम पर किसे भेजना चाहिए, इसे जानने में माहिर धोनी इस बार लगातार गलतीयां कर रहे हैं। पहली बात तो ये कि उन्हें दो विकेट गिरने पर स्वयं आना चाहिए, दूसरी बात केदार जाधव कंधे झुका कर बालिंग करते हैं उनकी गेंदें ज्यादातर नीचे रहती है उनको चारों मैच में बालिंग नहीं दी गई। अगर उनसे बालिंग नहीं करानी है तो टीम में उनको रखना ही नहीं था। और शुरूआत बहुत धीमी हो रही है। 10ओवर में लगातार केवल 50 या 60 रन बन रहे हैं। वाटसन के साथ ओपनिंग के लिए बायें हाथ के तेज गति से रन बनाने वाले सैम कुर्रन सबसे बढियां विकल्प है वे लम्बी हिट लगाते हैं। पावर प्ले के 6 ओवर में उनकी लम्बी – लम्बी हिटिंग बांऐ हाथ का होने का फायदा वाटसन के फार्म वापसी को भी और टीम को भी हो सकता है क्योंकि बाद में तेज गति से बनाने वाले धोनी के अलावा जडेजा, ब्रावो हैं और जडेजा के बालिंग में सफल न होने पर केदार को अवश्य बालिंग दी जानी चाहिए। अन्यथा 3 मैचों की हार के बाद वापसी करना बहुत मुश्किल होगी।